जमशेदपुर : भारत सरकार कानून मंत्रालय का फर्जी सलाहकार मामले में पुलिस ने टाटा स्टीलकर्मी शंभू सिंह को गिरफ्तार करके बुधवार को जेल भेजा है। इसका खुलासा सीसीआर डीएसपी अरविंद कुमार ने बुधवार को किया। इसके पहले पुलिस ने नीतीन गुप्ता, शिखा गुप्ता और राजीव को गिरफ्तार करके जेल भेजा था। तीनों से पूछताछ के क्रम में ही पुलिस को जानकारी मिली थी कि टाटा स्टील का कर्मचारी शंभू भी इसमें शामिल है। इसके बाद पुलिस ने जब उससे सख्ती से पूछताछ की, तब मामले का भांडाफोड़ हो गया।
13 लोगों का रिज्यूम दिया गया था
अपना रौब जमाते हुए टाटा स्टील कंपनी में 13 लोगों का रिज्यूम दिया गया था। रिज्यूम देने के बाद आरोपी नौकरी के लिए दबाव बना रहे थे।
जांच में पता चला कि दोनों हैं फर्जी
टाटा स्टील की ओर से पूरे मामले की जांच कराई गई तब पता चला कि दिल्ली में नीतीन और शिखा नाम का कोई भी सलाहकार नहीं है। इसके बाद इसकी जानकारी बिष्टूपुर थाने में दी गई। पुलिस ने मामला दर्ज करने के बाद तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया था।
रांची का रहने वाला है सरगना राजीव
पुलिस का कहना है कि पूरे मामले का ताना-बाना रांची का रहने वाला राजीव ने बुना था। उसे भी पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था। मामले में चार को आरोपी बनाया गया था और सभी को पुलिस ने जेल भेज दिय है।
नौकरी के लिए एक से लिया था 6 लाख रुपये
टाटा स्टील में नौकरी लगाने के लिए एक व्यक्ति से 6 लाख रुपये लिया गया था। बाकी के 12 लोगों ने अभी रुपये नहीं दिए थे। पुलिस का कहना है कि रुपये की बरामदगी नहीं हुई है। नीतीन और शिखा के पास से फर्जी पहचान पत्र भी बरामद किया गया है। इसमें भारत सरकार कानून मंत्रालय का मुहर भी लगा हुआ है।