जमशेदपुर : बिष्टुपुर पुलिस ने ब्लड बैंक से खून दिलाने के नाम पर धोखाधड़ी करने के दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है। पकड़े गए दोनों आरोपियों में राजा मुखी और सिदगोड़ा निवासी सत्येंद्र दुबे शामिल हैं। पुलिस ने दोनों को पूछताछ के बाद बुधवार को जेल भेज दिया। इनके खिलाफ सुंदरनगर की रहने वाली महिला देवकी तिर्की ने बिष्टुपुर थाना में एक प्राथमिकी दर्ज करवाई थी। पीड़िता ने पुलिस को बताया था कि दोनों ने ब्लड बैंक से खून दिलाने के नाम पर उनसे 22 सो रुपए ले लिए और फरार हो गए।
कैसे करते थे ठगी
मिली जानकारी के अनुसार दोनों बिष्टुपुर ब्लड बैंक के आसपास सक्रिय रहते थे। जरूरतमंदों को ही अपना परिचय ब्लड बैंक के कर्मचारी के रूप में देते थे। ताकि इन पर किसी को शक ना हो। लोगों के संपर्क में आते ही यह लोग मनमाने रूप से उनसे पैसे लेकर फरार हो जाते थे। इधर, गिरफ्तार अभियुक्तों ने पूछताछ में पुलिस को बताया है कि वह काफी दिनों से जरूरतमंदों को खून दिलाने के नाम पर ठगी करते थे।
कैसे हुई गिरफ्तारी
मामले के संबंध में बिष्टुपुर थाना प्रभारी रणविजय शर्मा ने बताया कि प्राथमिकी दर्ज होने के बाद पुलिस इनकी तलाश में जुट गई थी। दोनों की गिरफ्तारी पुलिस ने उनके मोबाइल लोकेशन के आधार पर की। महिला के बयान पर प्राथमिकी दर्ज की गई थी। दोनों ने अपना अपराध स्वीकार कर लिया है। उन्होंने बताया कि दोनों आरोपियों ने महिला को ब्लड बैंक से खून दिलाने के नाम पर 2200 रुपये ले लिए। उसके बाद निशुल्क खून लेने के लिए दोनों एक स्थानीय नेता का फर्जी पैड पर लिखा आदेश लेकर वहां पहुंचे। वहां मौजूद ब्लड बैंक के कर्मचारियों को दोनों पर शक हुआ। मामला बिगड़ता देख दोनों मौके से फरार हो गए । इसके बाद पीड़ित महिला ने थाने में आकर मामला दर्ज करवाया।