अभिषेक पाठक
रांची।
झारखंड लोक सेवा आयोग के पूर्व अध्यक्ष और झारखंड स्टेट क्रिकेट एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष अमिताभ चौधरी का हर्ट अटैक की वजह से निधन हो गया। अमिताभ चौघरी बीसीसीआई में अहम भूमिका निभा चुके थे। झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने उनके निधन पर दुख जाहिर किया है. सोरेन ने ट्वीट कर उनके परिवार के प्रति संवेदना व्यक्त की है।
मंगलवार तड़के घर पर सीने में दर्द होने पर चौधरी को रांची के सेंटेवीटा अस्पताल में भर्ती कराया गया था। वहीं उन्होंने अंतिम सांस ली। उनके निधन की खबर सुन कई अधिकारियों का अस्पताल पहुंचने का सिलसिला शुरू हो गया है।
घर मे हुए थे बेहोश
बताया जाता हैं कि पूर्व आईपीएस अधिकारी अमिताभ चौधरी अशोक नगर विद्यालय मार्ग स्थित अपने घर पर वह सुबह बेहोश हो गए थे। जिसके बाद उन्हें आनन फानन अस्पताल ले जाया गया। जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। डॉक्टर्स के अनुसार उन्हें दिल का दौरा पड़ा था। उनके निधन के बाद लगातार लोगों ने देखने अस्पताल पहुंच रहे हैं। इसी क्रम में झारखंड के डीजीपी नीरज सिन्हा उन्हें देखने अस्पताल पहुंचे।
दो माल पहले जेपीएससी से सेवानिवृत हुए थे
62 साल के चौधरी को दो साल पहले झारखंड लोकसेवा आयोग का अध्यक्ष बनाया गया था। इससे पहले वह झारखण्ड स्टेट क्रिकेट एसोसिएशन स्टेडियम के अध्यक्ष थे। 1985 आईआईटी खड़गपुर से इंजीनियरिंग करने के बाद उन्होंने यूपीएससी की परीक्षा पास की और बिहार कैडर के आईपीएस अधिकारी बने। जबकि 1997 में वह रांची के एसएसपी बने।इस दौरान उन्होंने कई अपराधियों को सलाखों के पीछे पहुंचाया। वर्ष 2000 में अलग झारखण्ड राज्य बनने के बाद उन्हें झारखंड कैडर मिला। जिसके बाद 2002 में वह बीसीसीआई के मेंबर बने और 2005 में राज्य के तत्कालीन डिप्टी चीफ मिनिस्टर सुदेश कुमार महतो को हरा कर वह झारखंड स्टेट क्रिकेट एसोसिएशन के अध्यक्ष बने।वहीं लगभग चार साल तक 2005 से 2009 तक क्रिकेट टीम इंडिया के मैनेजर भी रहे। 2013 में उन्होंने नौकरी से वीआरएस ले लिया था और 2014 में उन्होंने राजनीति में भी कदम रखा। हालांकि राजनीति के मैदान में वह जीत हासिल नहीं कर पाए।
CM ने ट्वीट कर जताया दुख
दूसरी ओर सूबे के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने ट्वीट कर कहा, ‘जेपीएससी के पूर्व अध्यक्ष श्री अमिताभ चौधरी जी के आकस्मिक निधन की दुःखद खबर मिली। पूर्व IPS अधिकारी अमिताभ जी ने राज्य में क्रिकेट के खेल को बढ़ाने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी।
परमात्मा दिवंगत आत्मा को शांति प्रदान कर शोक संतप्त परिवार को दुःख की घड़ी सहन करने की शक्ति दे।’