जामताड़ा।
केवाईसी अपडेट करने के नाम पर, बिजली बिल जमा नहीं करने तथा बिजली लाइन काटने का मैसेज देकर ठगी की घटना को अंजाम देने वाले साइबर अपराधियों के विरूद्ध जामताड़ा साइबर थाना पुलिस की मुहिम तेज हो गई है। इस मुहिम में साइबर थाना पुलिस को लगातार सफलता मिल रही है। इसी कड़ी में अंतर्जिला गिरोह के चार साइबर अपराधियों को जामताड़ा जिला के करमाटांड़ थाना क्षेत्र और देवघर जिला के करौं थाना क्षेत्र के सीमावर्ती गांव से छापेमारी कर साइबर अपराध करते रंगे हाथों गिरफ्तार किया गया है। जानकारी के अनुसार इन अपराधियों ने राज्य में कई वीआईपी लोगों को उक्त मैसेज दिया था। जिसके शिकायत के आधार पर जामताड़ा साइबर थाना पुलिस की ओर से साइबर अपराधियों के विरुद्ध अभियान चलाई गई है। वहीं पांच साइबर अपराधी पुलिस को चकमा देकर फरार हो गए। फरार अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है।
बता दें कि पुलिस अधीक्षक को मिली गुप्ता के आधार पर पुलिस उपाधीक्षक साईबर अपराध के निर्देश पर प्रभारी थाना प्रभारी इंस्पेक्टर अजय पंजिकार की अगुवाई में इंस्पेक्टर सुबोध कुमार सिंह, इंस्पेक्टर संजय कुमार तथा अन्य पुलिसकर्मी को शामिल करते हुए टीम गठित की गई। टीम की ओर से करमाटाड़ थाना अंतर्गत ग्राम कालाझरिया (मदनकट्टा) के पास छापामारी कर चार साईबर अपराधी पवन कुमार मंडल उम्र 32 वर्ष, सुरज कुमार मंडल उम्र 19 वर्ष, नितेश कुमार मंडल उम्र 18 वर्ष, प्रिंस कुमार उम्र 18 वर्ष को चारो करौं थाना क्षेत्र के ग्राम जगाडीह जिला देवघर निवासी को साईबर अपराध करते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार किया गया है। जबकि उसके पांच सहयोगी सिकन्दर मंडल, भागीरथ मंडल, रोहित मंडल तीनों ग्राम जगाडीह थाना करौ जिला देवघर तथा समी उर्फ सनी देवल मंडल, कार्तिक मंडल दोनों ग्राम झिलुआ थाना नारायणपुर जिला जामताड़ा निवासी पुलिस को चकमा देकर फरार हो गया। इस संबंध में इनके विरुद्ध जामताड़ा साईबर अपराध थाना में कांड संख्या 45/22 आईपीसी की धारा एवं आईटी एक्ट के अंतर्गत दर्ज किया गया है। इनके पास से मोबाइल, सिम कार्ड, पासबुक, नगदी भी बरामद की गई है। गिरफ्तार अभियुक्त को मेडिकल के बाद कोर्ट में पेश किया गया जहां से जेल भेज दिया गया है। बरामद किये गये सामानों में 17 मोबाईल, 33 सिमकार्ड, 1 पासबुक तथा नगद 7000 रुपए बरामद किए गए है।