चाईबासा।
पश्चिमी सिंहभूम जिला में शुक्रवार रात से हो रही लगातार मूसलाधार बारिश से लोगों में दहशत उत्पन्न हो गया है। शनिवार को भारी बारिश के कारण जिले के दो जगहों पर दो एक बच्चा समेत दो लोगों की मौत हो गयी।
भारी बारिश से मौत की पहली घटना शनिवार भोर तड़के 3:30 बजे सदर चाईबासा के गुटुसाई में हुई। यहाँ एक कच्चा मकान गिर जाने से एक महिला की मौत हो गई. गुटुसाई निवासी विजय लोहार की पत्नी 50 वर्षीय काली लोहार की घर की दीवार गिरने से मलबे में दबकर मौत हो गई. बताया जाता है कि उसके सिर में चोट लगने से घटनास्थल पर ही मौत हो गई. वहीँ दूसरी घटना गोइलकेरा प्रखंड के डेरोवां में हुई. डेरोवां में एक कच्चे मकान की दीवार गिर गई। दीवार में दबने के कारण जख्मी हुए 10 वर्षीय बच्चे राजू हाईबुरु की मौत हो गई। घटना शनिवार सुबह करीब छह बजे की है. घटना के बाद गोइलकेरा स्वास्थ्य विभाग को सुचना दी गयी लेकिन समय पर ईलाज नहीं मिला और बच्चे ने दम तोड़ दिया. जिला प्रशासन दोनों पीड़ित परिवार को सरकारी मदद देने में जुटी हुई है.
इधर नदी एवं तटीय क्षेत्र में रहने वाले लोग लगातार तेज बारिश से भायभीत है। वजह साफ है संजय नदी ,रोरो नदी और कोयल नदी फिर से अपने रौद्र रूप अख्तियार करने लगा है। लोग फिर से बाढ़ की त्रासदी की अनहोनी से आक्रांत है। वहीं नदी का जलस्तर तेजी से बढ़ने की सूचना देर रात तक लोगों तक पहुंच गई। इस दौरान लोगों की सांसें अटकी हुई है। वहीं नदी का जलस्तर अत्यधिक बढ़ जाने से चक्रधरपुर के तटीय क्षेत्र पुराना बस्ती पातु कालोनी, दंदासाई और कुदलीबाड़ी लघु सिचाई विभाग परिसर में पानी का प्रवेश हो गया। इसके अलावा रिटायर कॉलोनी, बंगाली टोला, चिरंजीवी ब्लॉक, चंद्र रोड, झुमका मोहल्ला में घुटनों से ऊपर पानी जम गया। पुराना बस्ती सीढ़ी घाट, बलिया घाट जलमग्न हो गया। इसके अलावे निचले ईलाकों में भी कई जगह घरों में पानी घुस गया. लोगों का कहना है की 40 वर्षों में ऐसा जलजमाव उन्होंने चाईबासा में कभी नहीं देखा था.
रेल नगरी चक्रधरपुर के पोर्टर खोली, अतवारी बाजार, बारह खोली, भारत भवन स्टेशन रोड, एकाउश कॉलोनी सहित कई रेलवे क्वार्टर में पानी प्रवेश कर गया जिससे रेलवे कर्मचारियों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। शनिवार को भारी बारिश के कारण इतवारी बाजार इलाके में पानी भर गया लगा । यहां पानी जम गया है। चाईबासा शहर के किनारे स्थित रोरो नदी पूरे उफान पर है नदी के किनारे स्थित गांधी टोला के निचले इलाके में बने मकानों में पानी घुस गया लोग अपने अपने घरों से पानी निकालने में लगे हुए हैं। दूसरी और डीआईजी आवास के सामने से गुजरने वाली सड़क में 3 से 4 फुट पानी जमा हो गया जहां सड़क पर एक कार नाव की तरह तैयारता नजर आया। वहीँ सदर थाना के पास 11 हजार विद्युत सप्लाई बिजली के पोल पर एक पेड़ गिर गया जिससे चाईबासा में बिजली आपूर्ति ठप्प पड़ गयी.
जबकि मंत्री मिथिलेश ठाकुर के कार्यालय के पास रास्ते में घुटने तक पानी जम गया. इसी तरह किरीबुरू के बजार में भी एक पेड़ गिर जाने से कई दुकान का शेड क्षतिग्रस्त हो गया. इधर चक्रधरपुर-गोईलकेरा व मनोहरपुर को जोड़ने वाली मुख्य सड़क पर आवागमन बंद हो गया है। सोनुआ के चांदीपोस-झाड़गांव पुलिया के ऊपर से नदी का पानी बहने लगा है. जिससे मुख्य सड़क पर आवागमन पूरी तरह ठप हो गया। भारी बारिश के कारण शुक्रवार देर रात से ही पुलिया के ऊपर पानी बह रहा है। सुबह के समय पुलिया के करीब तीन से चार फीट ऊपर तक नदी का पानी बहने के कारण चक्रधरपुर गोइलकेरा मनोहरपुर राउरकेला जाने वाले मुख्य सड़क पर आगमन पूरी तरह शनिवार सुबह से ठप है।
इधर गुआ में लगातार बारिश के कारण लैंड स्लाइड जैसे हालात पैदा हो गए हैं. गुआ में छोटानागरा थाना अंतर्गत ग्राम-झारबेडा के पास सेडल से छोटानागरा जाने वाली मुख्य सड़क मार्ग के बीचों बीच लम्बी बड़ी से दरार आ गयी है. सड़क एक तरफ से धंस कर टूटने लगी है. भयावह सड़क की हालत देख सड़क पर आवागमन भी ठप्प है. मनोहरपुर में कोयल नदी का भी जलस्तर काफी बढ़ गया है. खनन बहुल क्षेत्र होने के कारण पानी का रंग लाल हो चूका है. लगातार हुई बारिश से पुरे जिले में भयावह स्थिति बनी हुई है. जहाँ एक तरफ लगातार बारिश से पीड़ित लोग प्रशासन से मदद की गुहार लगा रहे हैं वहीँ प्रशासन के आला अधिकारी घूम घूम कर स्थिति पर नजर बनाये हुए हैं. जिले के डीसी और चक्रधरपुर के एसडीओ ने हर संभव मदद का भरोसा दिया है.