चाईबासा।
पश्चिम सिंहभूम जिले में हो रही बारिश के कारण झारखंड को ओडिशा से जोड़ने वाली धानापाली पुलिया का तीसरा पिलर लगभग 3 फुट निचे तक धंस गया है। कुछ ग्रामीणों ने बताया कि वे लोग पुल की दूसरी ओर जा रहे थे, अचानक जोरदार आवाज के साथ पुल धंस गया। जिसके बाद इसकी सुचना प्रशासन को दी गयी. प्रशासन ने मौके पर पहुंचकर सबसे पहले पुलिया पर आवागमन बंद कर दिया है और एक सावधानी का नोटिस भी पुलिया के पास लगा दिया है.
बता दें कि जिस तरह लगातार बारिश हो रही है अगर पुलिया पूरी तरह से धंस जाती है तो इससे छोटे बड़े वाहनों सहित लोगों का आवागमन पूरी तरह से बंद हो जाएगा. इस मामले को लेकर मनोहरपुर धानापाली व जराईकेला सहित उड़ीसा जाने वाले और आसपास के लोगों की चिंता बढ़ गयी है. लोगों को अब जराइकेला जाने के लिए 32 किलोमीटर का लम्बा फासला तय करना पड़ रहा है. स्थानीय लोगों ने प्रशासन से इस पुलिया की जगह नयी पुलिया जल्द से जल्द बनवाने की मांग सर्कार सी की है.
बता दें कि वर्ष 2012 में भी इसी तरह इसी पुलिया का छठवां पिलर एक फूट धंस गया था. जिसके बाद अत्याधुनिक तकनीक के जरिये पुलिया को ठीक किया गया था. प्रशासन ने उस दौरान पुलिया पर भारी वाहनों के परिचालन पर रोक लगा दी थी. लेकिन इसके बावजूद पुलिया पर भारी वाहनों का परिचालन बेरोक टोक चलता रहा. जिला परिषद् सदस्य जय प्रकाश महतो ने बताया है की ओडिशा से झारखण्ड को जोड़ने वाली इस प्रमुख पुलिया को जीर्ण शीर्ण करने में बालू माफियाओं का बड़ा हाथ है.
पिछले कई सालों से बालू माफिया इस पुलिया से ओवरलोड भारी भरकम ट्रक से बालू की ढुलाई व चोरी गुपचुप तरीके से कर रहे थे. लेकिन प्रशासन ने इन्हें कभी रोकने की कोशिश नहीं की. नतीजा आज सामने देखने को मिल रहा है. पुलिया धंस चुकी है. आम ग्रामीणों से उनका सेतु बालू माफियाओं ने छीन लिया है. जय प्रकाश महतो ने पुलिया धंसने के मामले की जांच कर दोषियों पर कार्रवाई की मांग की है. वहीँ इसकी जगह नयी पुलिया बनाने की मांग सरकार से की है.