चरणजीत सिंह, जमशेदपुर
टाटानगर रेलवे स्टेशन के बर्मामाइंस सेकेंड एंट्री परिसर से शुक्रवार को सात माह की दूधमुंही बच्ची की चोरी के मामले में 36 घंटे बीत जाने के बाद भी रेल पुलिस के हाथ खाली हैं. सनसनीखेज घटना को लेकर रेलवे बोर्ड तक गूंज पहुंची है. मामले में रेल एसपी ऋषभ कुमार झा ने बच्ची की सकुशल बरामदगी और आरोपी की गिरफ्तारी के लिए एसआईटी का गठन किया है. टीम का नेतृत्व रेल डीएसपी मुख्यालय हिमांशु कुमार मांझी कर रहे हैं. उनके साथ दो निरीक्षक, दो दारोगा स्तर के पदाधिकारी को लगाया गया है. रेल एसपी ने बताया कि मामले में आरोपी का स्कैच झारखंड के स्टेशनों के साथ सभी जिला में सरकुलेट कर दिया गया है. इसी क्रम में रांची स्टेशन में आरोपी के कद वाले एक संदिग्ध को हिरासत में लिया गया था. जांच में पता चला कि वह गढ़वा में शुक्रवार को था. यहां तक कि उसके पास बेबी बॉय था, जबकि बच्ची का अपहरण हुआ है. उस व्यक्ति ने कढ़ा भी आरोपी जैसा पहन रखा था. हालांकि इन्क्वारी के बाद उसे छोड़ दिया गया. जांच में स्टेशन से आरोपी ने जिस ऑटो का इस्तेमाल किया था. पता चला कि वह बस स्टैंड लेकर गया था. वहां भी टीम पहुंची थी. हालांकि कोई सफलता नहीं मिली. रविवार को टीम दोबारा सुबह बस स्टैंड जाएगी और पूछ ताछ करेगी. जल्द ही मामले से पर्दा उठ जायेगा. मालूम हो कि इस मामले में रेल प्रशासन गंभीर है. टाटा आरपीएफ पोस्ट इंचार्ज संजय कुमार तिवारी पर भी आईजी ने कार्रवाई करते हुए उन्हें सीकेपी अटैच कर दिया था. टाटा में जीपी गांधी को प्रभार सौंपा गया है. आरपीएफ भी पूरे मामले में रेलवे स्टेशन स्तर पर पैनी नजर रखे हुई है.