जमशेदपुर। झारखंड सरकार ने शनिवार देर शाम धनबाद, गोड्डा, देवघर, हजारीबाग, कोडरमा, पलामू और पूर्वी सिंहभूम जिलों के लिए 20 सूत्री उपाध्यक्ष के नाम की घोषणा कर दी गयी। इन सात जिलों के लिए 20 सूत्री कार्यक्रम कार्यान्वयन समिति के उपाध्यक्ष और सदस्यों के अलावा संबंधित जिलों के प्रखंडों में 20 सूत्री कमेटी के अध्यक्ष, उपाध्यक्ष और सदस्यों के नाम की भी घोषणा कर दी गयी है। इस संबंध योजना एवं विकास विभाग (Planning & Development Department) ने अधिसूचना जारी की।
अधिसुचना के मुताबिक पूर्वी सिंहभूम जिले का 20 सूत्री उपाध्यक्ष मोहन कर्मकार को बनाया गया है। जबकि सदस्य में श्रवण अग्रवाल, जुगल किशोर मुखी, चन्द्रवती महतो, प्रमोद लाल , डमनचन्द्र मांझी, जोसाई मार्डी,सुखो मुखी और सनत चक्रवर्ती बनाया गया हैं।
वही झारखंड मुक्ति मोर्चा के युवा नेता महावीर मुर्मू को 20 सूत्री कार्यक्रम कार्यान्वयन समिति में जगह नहीं मिलने से उनके समर्थकों में नाराजगी देखी जा रही हैं।इसको लेकर महावीर मुर्मू के समर्थक सोशल मीडिया में अपनी बातों को रख कर अपनी भावना को प्रकट कर रहे है।
हालांकि इस मामले में महावीर मुर्मू इन बातों से अपना पल्ला झाड़ रहे है। उन्होंने स्पष्ट कहा हैं कि पार्टी ने उन्हें काफी सम्मान दिया है।वे पार्टी के लिए आज भी पहले की तरह एक कार्यकर्ता के रुप में काम करते रहेंगे। उन्होंने अपने समर्थकों से अपील की है कि वे किसी प्रकार इस प्रकार की बातों को न करे । जो पार्टी के लिए हित में नही हो।
वाट्सएप ग्रुप में चल रही बात ( समर्थकों की राय जैसा लिखा गया है उसे ही दे दिया जा रहा है।)
एक वाटस ग्रुप में कार्यकर्ता ने लिखा है कि जो अपना घर से नही निकलता है उसे जिला में जगह और जो पुरे जिले में सगंठन को देखते हैं उसे जगह नही।
किसी ने लिखा हैं कि Yahan Kam Karne Wala ko Jagah Nahin Yahan Jo chamchagiri Karega uske liye hai
वही दुसरे कार्यकर्ता ने लिखा हैं कि बहुत गलत हुआ है, @Mahavir Murmu जी जैसे काम करने वाले लोगो को कोई जगह नही देना ये बहुत अविश्वासनीय है, अब ये गुरु जी वाली पुरानी वाली JMM नही रही जहाँ कार्यकर्ता का सम्मान होता था, अब jMM पार्टी में जो जादा पनयागिरी करेगा उसे ही पद दिया, कार्य करने वाले लोगों की कोई जगह नहीं है अब इस पार्टी मे। इस प्रकार के कार्य से पार्टी के समरपित कार्यकर्ताओ का मनोबल टूट रहा है ।इस प्रकार के कार्य से यही प्रतीत होता है की पार्टी के आलाकमान को आगामी चुनाव से कोई लेना देना नही है । शायद पार्टी के शीर्ष आलाकमान ने सोच लिया है की साल 2024 से 2034 तक विपक्ष मे बैठना है
किसी ने लिखा हैं कि Hope party apni galti mei sudhar karenge aur humare har dil Aziz maheniti karyakarta ko ochit sanman dengei