जमशेदपुर।
झारखंड के जमशेदपुर निवासी युवा लेखक अंशुमन भगत का नाम पद्म श्री अवॉर्ड्स 2023 (Padma Awards 2023) के नॉमिनेशन में शामिल हुआ। अंशुमन ने झारखंड ही नहीं बल्कि देश के प्रमुख लेखकों की लिस्ट में अपना नाम बनाया है। अंशुमन को इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स, ओएमजी बुक ऑफ रिकॉर्ड्स, बेस्ट ऑथर ऑफ द ईयर 2022 और अन्य स्थानीय स्तर पर कई सम्मान मिल चुके हैं। यहां तक आने में वर्षों का संघर्ष है। साहित्य और लेखन में अंशुमन के कार्य को सराहा जा रहा है। झारखंड में ये पहले युवा लेखक हैं जिन्हें ये मुकाम मिलने संभावना है। पद्म पुरस्कार को तीन भाग में विभाजित किया गया है। पद्म विभूषण- ये असाधारण विशिष्ट सेवा के लिए दिया जाता है। पद्म भूषण – उच्च विशिष्ट सेवा के लिए दिया जाता है, पद्मश्री – विशिष्ट सेवा के लिए दिया जाता है। ये पुरस्कार सरकारी कर्मचारियों को नहीं दिया जाता है, परंतु उनके व्ययक्तिगत कार्य हेतु उन्हें पद्मश्री पुरस्कार दिया जा सकता है।
अंशुमन ने बड़ी मेहनत की है। यहां तक आने में एक लंबा सफर तय हुआ है। झारखंड में अभी यह पहला अवसर है कि किसी युवा लेखक को यह मुकाम मिला है जिसके बदौलत आज भगत का नाम पद्मश्री पुरस्कार के लिए नॉमिनेशन में गया है जिसकी घोषणा 25 जनवरी 2023 में की जाएगी।
पद्म अवॉर्ड्स 2023 के नॉमिनेशन में अंशुमन का नाम शामिल होने से झारखंड के युवा लेखकों और अन्य ने बधाई दी है। वहीँ कुछ लेखकों का कहना है कि इससे झारखंड ही नहीं बल्कि देश के युवा लेखकों को सकारात्मक बल मिलेगा। इसके साथ ही लेखन की दुनिया में एक नया उत्साह भर जाएगा।
पद्म पुरस्कारों के लिए प्राप्त सभी नामांकन/सिफारिशों को पद्म पुरस्कार समिति के समक्ष रखा जाता है जिसका गठन प्रत्येक वर्ष प्रधानमंत्री द्वारा किया जाता है। पुरस्कार समिति की सिफारिश के अलावा कोई पुरस्कार प्रदान नहीं किया जाता है। समिति की सिफारिशें अनुमोदन के लिए प्रधान मंत्री और भारत के राष्ट्रपति को प्रस्तुत की जाती हैं। हर साल गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर नामों की घोषणा की जाती है।