जमशेदपुर।
टाटा मोटर्स के जमशेदपुर प्लांट में बड़ा हादसा होने से हड़कंप मच गया है. बताया जाता है कि बिरसानगर के रहने वाले स्थाई कर्मचारी मुकूल डुंगडुंग का शव कंवेयर से निकाला गया है. मुकूल सोमवार को बी-शिफ्ट ड्यूटी पर गया था. उसके बाद से ही वह घर नहीं लौटा. 24 घंटे बाद कंपनी को पता चला कि कंवेयर में शव फंसा है.
सभी के जुबान पर बस एक की बात है आखिर कर्मचारी की मौत हुई तो हुई कैसे. मगंलवार शाम करीब चार बजे मुकुल डुंगडुंग को कंवेयर से निकाला गया. घटनास्थल पर मुकुल की टीफिन भी खुली हुई मिली है. पुलिस मामले की जांच में जुट गई है. सूचना पाकर आइडीएस के प्रतिनिधि पहुंचे, जिसके बाद सुरक्षाकर्मियों के दल ने शव को बाहर निकाला और फिर टाटा मोटर्स अस्पताल ले जाया गया. लेकिन चिकित्सकों ने उसको मृत घोषित कर दिया. अब सवाल उठता है कि उक्त कर्मचारी ड्यूटी पर गया, बी शिफ्ट से लेकर दूसरे दिन तक शव के बारे में कोई पता क्यों नहीं चल पाया. टाटा मोटर्स प्रबंधन पूरे मामले की जांच कर रही है. कंपनी की ओर से अब तक अधिकारिक तौर पर कोई जानकारी नहीं दी गयी है. कंपनी की व्यवस्था पर सवाल इसलिए भी उठ रहा है क्योंकि एक कर्मचारी का शव कंवेयर में 24 घंटे लाइन वन में फंसा रह जाता है, लेकिन किसी को जानकारी नहीं होती है. इसको लेकर पुलिस और फैक्ट्री इंस्पेक्टर की टीम भी जांच करने के लिए निकल चुकी है. इस वक्त कंपनी में बोनस समझौते को लेकर प्लांट के कई वरीय अधिकारी जमशेदपुर में ही है. ऐसे में कंपनी के अंदर सुरक्षा में चूक का मामला प्रकाश में आने के बाद खलबली मच गई है.