जमशेदपुर।
टिनप्लेट 10 नंबर बस्ती सुखिया रोड स्थित दुख भंजन साहेब गुरुद्वारा के मुख्य सेवादार स्वर्ण सिंह उर्फ छन्नी बाबा के पार्थिव देह का बुधवार को भुइयांडीह स्वर्णरेखा बर्निंग घाट में अग्नि भेंट किया गया. छन्नी बाबा की विगत 31 अगस्त को अचानक तबियत खराब के बाद उन्हें टिनप्लेट अस्पताल में भर्ती कराया गया था. वहां उनकी तबियत ज्यादा खराब देख डॉक्टरों ने उनको आईसीयू में शिफ्ट किया था, जहां इलाज के क्रम में 12 सितम्बर को दोपहर 2.55 बजे उनका निधन हो गया था. आज बुधवार को गुरुद्वारा दुख भंजन साहेब में बाबा जी के दर्शन करने के लिए श्रद्धालुओं का जनसैलाब उमड़ पड़ा. बच्चे क्या बूढ़े क्या जवान क्या. हर कोई फफक फफक रोकर के बाबा जी के अंतिम दर्शन कर रहा था. कोई बाबा जी के पार्थिव शरीर पर चादर ओढ़ा रहा था. कोई पुष्प की माला चढ़ा रहा था. पार्थिव देह के दो घंटा दर्शन के बाद बाबा जी को फूलों से सजी ट्रक में कांच नुमा घर में रखा गया. वाहन में बाबा जी की बड़ी तस्वीर लगाई गई थी, जो रास्ते चलते राहगीर भी बाबा जो नमन कर रहे थे. सबसे आगे बाबा जी की गाड़ी उसके बाद एक बड़ी गाड़ी जिसमें कीर्तन जत्था भाई मनप्रीत सिंह की टीम और दूसरा रागी जत्था भाई प्रभजोत सिंह मन्नी की टीम गुरु का शबद गायन कर रही थी. घनघोर बारिश भी बाबा जी के भक्तों की आस्था को डोला न सकी. सैकड़ों की तादाद में महिलाएं, पुरषु, बच्चे भींग भींग कर बाबा जी गाड़ी के पीछे बाबा जी का नाम जाप कर पैदल चल रहे थे. उसके पश्चात स्वर्णरेखा घाट में बाबा ठाकर जी ने अंतिम अरदास की. उसके तुरंत बाद लकड़ी की शैया मे बाबा जी की मृतक देह को अग्नि भेट कर दिया गया और छन्नी बाबा जी पंचतत्व में विलीन हो गए.अंतिम शव यात्रा में जमशेदपुर के कई गणमान्य सज्जन शामिल हुए.