रांची : खुंटी के मुरहू कोयंग्सर में CRPF और उग्रवादी संगठनों के साथ हुई मुठभेड़़ में पुलिस ने उग्रवादी संगठन पीपुल्स लिबरेशन फ्रंट ऑफ इंडिया के जोनल कमांडर जीदन गुड़िया को ढेर कर दिया है। जीदन खुंटी तोरपा काचा गांव का रहने वाला था। वह 15 लाख रुपये का ईनामी था। उसपर पूरे राज्य भर के थानों में 100 से भी अधिक मामले दर्ज हैं। पुलिस ने मौके से एके 47 भी बरामद किया है। पिछले एक दशक से सक्रिय जीदन सरगना दिनेश गोप के बाद दूसरा स्थान रखता था।
गुप्त सूचना पर बनी थी टीम
पुलिस बल को गुप्त सूचना मिली थी कि जीदन अपने साथियों के साथ कोयंग्सर पहाड़ी में घुम रहा है। इसके बाद पुलिस और सीआरपीएफ की ओर से संयुक्त ऑपरेशन चलाया गया। इस बीच दोनों तरफ से मुठभेड़ हुई और जीदन को पुलिस बल ने ढेर कर दिया। मुठभेड़ में जीदन के मारे जाने के बाद उसके सभी साथी वहां से फरार हो गए।
वर्ष 2013 में पांच करोड़ में ली थी सुदेश की सुपाड़ी
जीदन गुड़िया ने आजसू नेता सह पूर्व सीएम सुदेश महतो की सुपाड़ी वर्ष 2013 में पांच करोड़ में ली थी। इसके बाद से ही वह हत्या के फिराक में था। इसका खुलासा पीएलएपआई के जोन्हा का एरिया कमांडर देवसिंह मुंडा ने वर्ष 2018 में पुलिस गिरफ्त में आने के बाद अगस्त महिने में किया था। इस बीच जीदन ने दो बार हत्या का भी प्रयास किया था, लेकिन सुदेश बाल-बाल बच गए थे। ऐसी बातें भी सामने आई है कि जिस नेता ने सुपारी दी थी उस नेता ने पांच साल के बाद अपने रुपये भी वापस ले लिए थे।
बैग में लेकर पहुंचा था बम
वर्ष 2014 में जीदन सोनाहातु में आयोजित प्रतिभा दर्शन महोत्सव में एक बैग में टाईगर बम लेकर पहुंचा था। तब सभा में वह बम लेकर स्टेज पर भी चढ़ गया था, लेकिन बम फीट करने का स्थान छोटा पड़ जाने के कारण वह मंसूबे में सफल नहीं हो सका था। इसके बाद 26 फरवरी को भी उसने प्रयास किया था। तब सुदेश महतो एक शादी समारोह में पहुंचे हुए थे। सूचना मिलने पर पुलिस पहुंची और जीदन के साथ संजय पातर मुंडा को भी गिरफ्तार कर लिया था। झारखंड पुलिस के लिए यह बड़ी सफलता है।