जमशेदपुर
जनजातीय कार्य मंत्रालय की पहल पर शुक्रवार शाम टाटानगर से बेंगलुरु के लिए सरायकेला खरसावां से चयनित 69 जनजातीय युवतियों को ट्रेन से रवाना किया गया. इन युवतियों का चयन टाटा इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड, हुसूर (तमिलनाडु) में हुआ है. जनजातीय मामलों के केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा ने इस संबंध में बताया कि सरायकेला खरसावां, चाईबासा, खूंटी, तमाड़ और सिमडेगा की जनजातीय समुदाय की युवतियों को रोजगार देने के उद्देश्य से उनकी टाटा समूह के उच्चाधिकारियों से बात हुई थी. इसके बाद कंपनी ने विशेष रुचि लेकर पिछले दिनों सरायकेला, चाईबासा, खूंटी और सिमडेगा में भर्ती कैंप लगाकर युवतियों का चयन किया. पहला बैच (लगभग 800 युवतियां) पिछले 27 सितंबर को विशेष ट्रेन से हटिया स्टेशन से हुसूर के लिए रवाना किया गया था. मुंडा ने कहा कि टाटा समूह की यह जनजातीय समुदाय के लिए शानदार पहल है. टाटा इलेक्ट्रॉनिक्स इन इंटर पास युवतियों को कौशल विकास के साथ रोजगार देगी. कंपनी इन युवतियों को एक साल का ट्रेनिंग देने के बाद नौकरी देगी. ट्रेनिंग के दौरान उन्हें कंपनी द्वारा आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएगी. मुंडा ने सभी युवतियों को बेहतर भविष्य के लिए शुभकामनाएं भी दी हैं.