जमशेदपुर
बागबेड़ा लाल बिल्डिंग चौक से घाघीडीह जेल चौक तक स्थानीय लोग श्रमदान कर सड़क की चलने लायक मरम्मत कर रहे हैं और सड़क किनारे किये गए अतिक्रमण को भी मुक्त करवा रहे हैं. श्रमदान का यह कार्य दुर्गापूजा के कई दिनों से पहले तक चल रहा है. इसी क्रम में सोमवार सुबह जेसीबी लाल बिल्डिंग चौक के पास पहुंचा तो सड़क के पैदल पथ पर हिर्दय तिवारी की ओर से किये गए अतिक्रमण को लेकर बवेला खड़ा हो गया. जबकि कई दिनों से ही उन्हें यह कहा गया था कि श्रमदान के कार्य को लेकर आपको जगह खाली करनी होगी. उन्होंने भी आश्वस्त कर रखा था कि वे सामान हटा लेंगे, लेकिन आज वे छठ पूजा तक जब मोहलत मांगने लगे तो लोगों को लगा कि चोर की दाढ़ी में तिनका है. तब लोगों ने उनका विरोध किया. विरोध की सूचना पाकर बागबेड़ा थाना पुलिस भी मौके पर पहुंची और अंततः लोगों ने उन्हें छठ तक अतिक्रमण हटाने की मोहलत दे दी गई, जिसके बाद मामला शांत हो गया.
जनप्रतिनिधियों को मुंह चिढ़ा रहा श्रमदान कार्य
लाल बिल्डिंग से घाघीडीह जेल चौक को जोड़ने वाली यह मुख्य सड़क 50 हजार आबादी वाले इस इलाके के लिए संजीवनी बूटी है. लेकिन वर्षों से यह सड़क जर्जर हो चुकी थी और इलाज खोज रही थी. स्थानीय किसी भी जनप्रतिनिधि ने इसकी सुध लेने की कोशिश नहीं की. आलम यह था की बड़े बड़े गड्ढे जानलेवा बन गए थे. तब स्थानीय जितेंद्र यादव व अन्य ने खुद श्रमदान कर सड़क को चलने लायक बनाने का बीड़ा उठाया था. सबसे बड़ी बात जिला प्रशासन ने भी इस ओर कभी ध्यान नहीं दिया.
शाम होते ही नेताओं की जमती है महफिल
लाल बिल्डिंग चौक में नेताजी के इस अतिक्रमण स्थल पर शाम होते ही इलाके के कई नेताओं की महफिल सजती है. उसी की आड़ में अतिक्रमण फल फूल रहा है. उधर, नेताजी के एक बेटे की भी यहां दूसरे समय में अलग जमात चलती है. आलम यहां तक पहुंच गया है की स्थानीय महिलाओं में भी इस अड्डेबाजी को लेकर आक्रोश व्याप्त है. कारण शाम को गुजरने वाली महिलाओं पर फबकियां कसी जाती है, जिसकी शिकायत महिलाएं डीसी को करने की तैयारी कर रही हैं.