जमशेदपुर
कोरोना के दो साल बाद श्री गुरु नानक देव जी के प्रकाश उत्सव पर इस बार नगर कीर्तन निकाला जायेगा. संगत में इसे लेकर हर्ष है. सीजीपीसी ने नगर कीर्तन पर विचार को लेकर रविवार को बैठक बुलाई थी. बैठक के माध्यम से संगत यह जानने को उतारू थी कि इस बार नगर कीर्तन कहां से निकलेगा, लेकिन सिख नेताओं की गुटबाजी में संगत के मंसूबों पर सब पानी फिर गया और सीजीपीसी में कब्जे को लेकर दो गुटों की लड़ाई में फिर संगत पीस गई. दरअसल, सीजीपीसी की बैठक शुरू होते ही विरोधी खेमे और सीजीपीसी प्रधान पद के उम्मीदवार भगवान सिंह ने मुखे का जबरदस्त विरोध कर दिया. गुटबाजी इतनी चरम पर दिखी की मंच पर खड़े मुखे के गिरेबान तक विरोधियों के हाथ पहुंच गए. मंच पर खड़े मुखे और उनके समर्थकों पर कुर्सियां फेंकी गई. छूट गाली गलौज, एक दूसरे को देख लेने की धमकी आदि कुछ भी नहीं बचा, जिससे कोल्हान की सबसे बड़ी धार्मिक संस्था सीजीपीसी की मर्यादा तार तार हो गई. विरोध करने वाले इतने उत्तेजित थे की बीच बचाव कर रहे क्यूआरटी, जिला पुलिस बल से भी धक्का मुक्की करने पर उतारू दिखे, कुर्सी फेंका फेंकी में एएसआई आरवी सिंह चोटिल हो गए. विधी व्यवस्था संभालने आये बतौर मजिस्ट्रेट कार्यपालक दंडाधिकारी संतोष कुमार महतो की भी कोई सुनने को तैयार नहीं था. अंततः हंगामे को शांत कराया गया. मुखे, टेल्को के प्रधान गुरमीत सिंह तोते, साकची के निशान सिंह, दलजीत सिंह दल्ली, तारा सिंह गिल की बंद कमरे में बैठक हुई, जिसमें निर्णय लिया गया कि 20 को तख्त साहेब का निर्णय आने के बाद 23 को सीजीपीसी की बैठक होगी, जिसमें केवल प्रधान महासचिव, ही शामिल होंगे. उन्हें बैठक में शामिल होने के लिए पास निर्गत किया जायेगा. पटना साहेब के निर्णय के अनुरूप ही उसमें नगर कीर्तन व आगे की कार्रवाई की जाएगी.
साकची थाना में होगा केस
सीजीपीसी की बैठक में हुए हंगामे को लेकर मजिस्ट्रेट के बयान पर साकची थाना में दो सौ लोगों पर प्राथमिकी दर्ज की जाएगी. साकची थाना प्रभारी संजय कुमार ने इसकी जानकारी दी. सीसीटीवी फुटेज से हंगामा करने वालों को चिह्नत किया जा रहा है.