जमशेदपुर।
सेंट्रल गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी में रविवार को गुरु नानक देव जी के प्रकाश पर्व पर निकाले जाने वाले नगर कीर्तन को लेकर बुलाई गई बैठक में सिखों के दो गुटों के बीच हुए बवाल के बाद सिख राजनीति सोमवार को गर्म रही. दोनों गुट जहां अपने पक्ष को मजबूत करने में लगे रहे. वहीं उपरोक्त बवाल को लेकर अपनी सफाई भी दी. मुखे की सफाई के बाद शाम को मानगो गुरुद्वारा में सीजीपीसी प्रधान पद के उम्मीदवार भगवान सिंह ने प्रेसवार्ता बुलाई.
उन्होंने मुखे पर कई गंभीर आरोप लगाए. उन्होंने कहा कि मुखे दो सालों से पांच मेंबरी कमेटी को को नहीं मानते थे. अब वह कैसे मानने लगे. भगवान सिंह ने आरोप लगाया कि वह पटना गए एक लेटर ले आए. उसका जल्द खुलासा होगा कि लेटर कैसे निकला. उसे भी तोड़ मरोड़ कर पेश किया गया. वह लेटर पांच सदस्यीय कमेटी को रद्द नहीं करता है. केवल कामकाज के लिए चार दिनों के लिए रोका गया है. भगवान सिंह ने कहा कि सब जानते हैं मुखे ने जो पहले बड़े बड़े काम किए हैं कल की घटना साफ बताती है कि फिर वही रंगत में मुखे आने लगे हैं. उन्होंने कहा कि उनका मीटिंग में जाने का कारण था कि दो साल बाद नगर कीर्तन निकल रहा है. वह शांति तरीके से निकलना चाहिए. कुछ दिन पहले अदाली दल के पास भी गुहार लगाई थी. अकाली दल को भी मुखे ने आश्वसन दिया था. अकाली दल को यह भी कहा था कि नगर कीर्तन में होने वाली गोलक भी वह रख ले और समाज हित के काम में लगाए, लेकिन यह बात मुखे को पची नहीं. रविवार को जब बात हाथों से निकलती दिखी को तो मुखे ने पर्सनल अटैक किया. पारिवारिक कटाक्ष करने लग गए. ऐसा कटाक्ष किया कि हल्ला हो गया. किसी के परिवार के बारे बोलियेगा तो कोई भी चुप नहीं बैठेगा वह अपने मंसूबो में कामयाब नहीं हो सका. वह चाहते थे कि मीटिंग कैंसिल हो जाए.
भगवान सिंह ने कहा कि मेरा प्रशासन से रिकार्ड निकलवा लीजिये की भगवान सिंह पर कितने मामले हैं और उनका निकाल लीजिये दूध का दूध पानी का पानी हो जाएगा. हम समाजहित की बात करें, तो शहर के जाने माने लोगों को मुझपर हाथ हो गया है. मेरी अच्छी छवि को वह पचा नहीं पा रहे हैं. इसलिए
भगवान सिंह खटक रहे हैं. हमने समाज में ऐसे काम किए है. वह मेरे काम के आगे खड़ा नहीं हो पा रहा है. मुखे का यह पुराना ड्रामा है. जो संगत को फैसला करना है. उन्होंने कहा कि वह चाहते हैं कि नगर कीर्तन अकाली दल या पांच गुरुद्वारा निकाले. वह भी नहीं तो कोई एक भी गुरुद्वारा भी निकाले, लेकिन मुखे के अधीन किसी हाल में भी नगर कीर्तन नहीं निकलन देंगे. अगली मीटिंग यही होगी की कमेटी भंग करे और मुखे को कोई अधिकार नहीं है.प्रेस कॉन्फ्रेंस सरदार शैलेन्द्र सिंह, हरविंदर सिंह मंटू, कुलविंदर सिंह पन्नू आदि शामिल थे.