जमशेदपुर।
सीजीपीसी प्रधान गुरमुख सिंह मुखे ने बयान जारी कर कहा की सैंट्रल गुरूद्वारा प्रबंधक कमेटी के अधीन संगत के सहयोग से नगर कीर्तन निकाला जाता है ना की किसी व्यक्ति के नेतृत्व में नगर कीर्तन निकलेगा. उन्होंन भगवान सिंह के एक बयान के जवाब में कहा की निश्चित रूप से मुझ पर मामले दर्ज हैं और लगभग मामलों मे न्यायालय से बरी हो चुका हूं और सभी मामलों का विश्लेषण करगें तो पता चलेगा की सामाज हित मे ही लड़ाई लड़े हैं, न कभी चोरी की, न छिनताई, न रंगदारी मांगी, न कभी टायर घोटालेबाजी के मामले हैं. आज जो लोग मुझे अपराधी बता रहें. उनसे मैं पूछना चाहता हूं की जब 19 दिसंबर 2020 को मैं जेल से रिहा हुआ तो सबसे पहले शैलेन्द्र सिंह, भगवान सिंह, हरविंदर सिंह उर्फ मंटू में ही फूलों की माला पहनाने की होड़ मची थी. उस समय मैं अपराधी नहीं था. आज उनके स्वार्थ पूरा नहीं हो रहा है तो मैं अपराधी हूं. भगवान सिंह ने कहा की गोलक अकाली दल को देने की बात है तो हमें कोई आपत्ति नहीं है. बैठक में जो तय होगा वही किया जायेगा. हां केवल शैलेन्द्र सिंह या भगवान सिंह के कहने से नहीं. जिस तरह भगवान सिंह धमकी दे रहे हैं कि किसी कीमत पर नगर कीर्तन नहीं निकलने देंगे. यह उनको शोभा नहीं देता. गुरू नानक देव जी का प्रकाश पर्व है. हम सभी को हर्षोल्लास के साथ मिलकर मनना चाहिए. रही चुनाव की बात जो आम सभा मे चुनाव संयोजक चुना जायेगा. वह चुनाव करायेगा मेरा कोई हस्तक्षेप नहीं होगा.