जमशेदपुर।
टाटानगर-खड़गपुर डेमू ट्रेन से स्लीपर डॉली टकराने के मामले में इंजीनियरिंग विभाग के पीडब्ल्यूआई व तीन ट्रैकमैन के खिलाफ मेजर
पेनाल्टी चार्जशीट की गई है.
इससे हादसे का उचित जवाब नहीं देने पर रेलवे चारों को बर्खास्त भी कर सकता है.
चारों को घटना के तत्काल बाद सस्पेंड किया गया था.E
मामले की जांच एआरएम के नेतृत्व में तीन विभागों के अधिकारियों ने की थी.
घटनास्थल का निरीक्षण और ऑनड्यूटी दर्जन भर रेल कर्मचारियों से पूछताछ के बाद अधिकारियों ने यह कार्रवाई की है.
इससे इंजीनियरिंग विभाग में हड़कंप है. भला हो कि ट्रेन के स्लीपर डॉली से टकराने में किसी रेलकर्मी या यात्री को चोटें नहीं आई, अन्यथा सजा कुछ और होती. मालूम हो कि 7 अक्तूबर की शाम सलगाझुड़ी केबिन के पास स्लीपर डॉली से टकराने के कारण टाटानगर-खड़गपुर लोकल डेमू ट्रेन का इंजन क्षतिग्रस्त हो गया था. हार्स पाइप में एयरप्रेशर बिगड़ने से डेमू ट्रेन करीब सवा घंटे से ज्यादा डाउन लाइन पर खड़ी थी. इससे टाटानगर स्टेशन से रवाना हावड़ा-टिटलागढ़ इस्पात एक्सप्रेस घटनास्थल के पास रुकी थी. रेलकर्मियों ने डेमू ट्रेन के इंजन को पावर इंजन के माध्यम से आसनबनी ले जाकर लाइन से जाम हटाया था. डेमू ट्रेन के इंजन चालक से पूछताछ और अन्य कर्मचारियों के बयान से हादसे का दोष तय हुआ है. जानकार बताते है हादसे के दोषी रेलकर्मियों के इंक्रीमेंट व प्रमोशन पर भी कार्रवाई का असर पड़ेगा.