जमशेदपुर | छठ पूजा का पर्व 28 अक्टूबर 2022 को नहाय खाय से शुरू हो जाएगा। इस बार छठ पूजा को और विशेष बनाने के लिए शहर की गायिका स्नेहा मिश्रा ने अपने बहुप्रतीक्षित ‘हे छठी माई’ गाने को रिलीज किया है। इस गाने को खूब प्यार और प्रसंशा मिल रही है। झारखण्ड और बिहार में इस गाने की खूब चर्चा हो रही है. सोशल मीडिया और अन्य सभी प्लेटफॉर्म पर ‘हे छठी माई’ गाने को रिलीज कर दिया है। स्नेहा के इस गाने को खुब सुना जा रहा है। स्नेहा के ‘हे छठी माई’ गाने को झारखण्ड के पूर्व मुख्यमंत्री रघुबर दास की उपस्थिति में रिलीज किया गया है। उन्होंने स्नेहा की मधुर आवाज और उनके छठ के इस गीत की बहुत प्रशंसा की। साथ ही सिद्धगोर सूर्य मंदिर में आयोजन किए जाने वाले हर साल के छठ महोत्सव में महोत्सव में स्नेहा को गायन के लिए भी आमंत्रित किया गया है। इस मौके पर विशिष्ट रूप से शहर के युवा लेखक अंशुमन भगत भी उपस्थित थे। और स्नेहा के परिवार वालों भी मौजूद थे।
स्नेहा के लिए यह कोई पहला अवसर नहीं है। इसके पहले भी इन्होने कमाल दिखाया है। काफी कम समय में ही स्नेहा ने अपने गानों की वजह से नाम बनाया है। इसीलिए जमशेदपुर ही नहीं पूरे झारखंड और बिहार में वे चर्चा में बनी हुई हैं। सोशल मीडिया पर पार्टी सॉन्ग या कई दूसरे गानों और उसे जुड़े लोगों को हमने वायरल होते देखा ही है, किंतु स्नेहा अपनी संस्कार और भारतीय परंपरा से जुड़ी लोक-गीतों के लिए चर्चा में है। स्नेहा को कईं मचों पर गाने का अवसर भी प्राप्त हुआ है जिससे उनकी काफी प्रशंसा हुई है।
स्नेहा की मधुर आवाज ने कई बड़े बड़े दिग्गजों को पीछे छोड़ दिया है। इनकी तुलना सारदा सिन्हा से की जाने लगी है। बहुत कम समय में इन्होने बड़ा मुकाम बना लिया है। एक और ख़ास बात है कि इनके गानों में फूहड़तापन नहीं है। इनके गाने समाज को जोड़ने और संस्कृति को मजबूत करने वाले होते हैं। इसी वजह से इनकी खूब सराहना होती है। स्नेहा जमशेदपुर के जुगसलाई में अपने परिवार के साथ रहती हैं। शुरू से ही उन्हें घर वालों से बहुत प्यार और संगीत को लेकर सहयोग मिला है। लगभग 8 सालों से वे सिंगिंग कर रही हैं और अब जाकर उन्हें अपनी पहचान मिली है। उनकी मां शोभा देवी गृहणी हैं और उनके पिता दिनेश मिश्रा प्राइवेट जॉब करते हैं। स्नेहा ने अपना यह मुकाम अपने दम पर बनाया है।
गायकी में शहर के कई युवाओं ने अपने प्रतिभा से लोगों को मुग्ध किया है। इसी कड़ी में जुगसलाई निवासी स्नेहा मिश्रा भी शामिल हो गई हैं। स्नेहा को लोग उनके भोजपुरी लोकगीतों से पहचानने लगे हैं। स्नेहा इन दिनों सोशल मीडिया पर भोजपुरी में विदाई गीत के लिए काफी चर्चा में हैं। सोशल मीडिया पर इनके विदाई गीत काफी वायरल हो रहे हैं। स्नेहा अपनी संस्कार और भारतीय परंपरा से जुड़ी लोकगीत के लिए चर्चा में आ गई है। स्नेहा मिश्रा ने बताया- बचपन से ही गाने का शौक है उन्होंने अपनी शिक्षा ग्रेजुएट कॉलेज में आर्ट्स लेकर की है। कई मंच पर अपने गाने की प्रस्तुति कर चुकी है और लगातार गाने के अभ्यास से अपनी संगीत में मधुरता ला रही हैं।