रेल खबर ।
चक्रधरपुर रेल थाना अंतर्गत टुनिया रेलवे स्टेशन किमी संख्या 338/23ए स्टार्टर सिग्नल नंबर एस-15 के पास रेलवे ट्रैक पर 16 अक्टूबर को शव मिला था. शाम 4.15 बजे चक्रधरपुर स्टेशन प्रबंधक ने इस बाबत एक मेमो रेल पुलिस को दिया था. सूचना के बाद रेल पुलिस ने शव को कब्जे में लिया, जिसकी पहचान सोनुवा थाना अंतर्गत बोरा के रहने वाले 27 वर्षीय वैध लोचन प्रधान के रूप में की गई थी. मृतक के पिता के बयान पर रेल थाना में मामला दर्ज करने के बाद रेल पुलिस ने जांच शुरु की. रेल एसपी ऋषभ झा ने मामले के उदभेदन के लिए रेल पुलिस मुख्यालय के डीएसपी के नेतृत्व में टीम का गठन किया. अनुसंधान करते हुए टीम ने चार दिनों में खुलासा करते हुए तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया, जिनमें मृतक की पूर्व प्रेमिका भी शामिल है. तीन आरोपियों ने रेल पुलिस के समक्ष यह स्वीकार किया कि वैधलोचन प्रधान उर्फ पिंटु की हत्या करने के बाद साक्ष्य छुपाने के उद्देश्य से शव को पटरी पर फेंक दिया था. रेल थाना प्रभारी सुनील कुशवाहा ने बताया कि गिरफ्तार आरोपी ज्योती सुरीन का मृत के साथ प्रेम संबंध था. इस कारण उसका पति सत्यपाल सुरीन और भाई टेकलाल नायक खार खाये हुए थे. इधर, मृतक ने एक साल से शादी भी कर ली थी, जिसके बाद प्रेमिका को भी यह नागंवार लग रहा था. इसी को लेकर ज्योती ने पिंटु को धुनामारा घर बुलाया, जिसके बाद रस्सी से गला दबाकर उसकी हत्या कर दी थी. देर रात म़तक को स्कूटी में ले जाकर रेलवे ट्रैक पर रख दिया था. तांकि ट्रेन से कटकर शरीर अलग हो जाए और आरोपी पकड़ में नहीं आए. पुलिस ने हत्या करने में प्रयोग में लाए गए काला प्लास्टिक, नायलोन पस्सी, मृतक का मोबाइल और स्कूटी भी बरामद कर ली है.
छापामारी दल में ये थे शामिल
पुलिस उपाधीक्षक मुख्यालय रेल जमशेदपुर हिमांशु चंद्र मांझी, चक्रधरपुर रेल थाना प्रभारी सुनील कुमार कुशवाहा, सोनुवा थाना प्रभारी सोहन लाल, अवर निरीक्षक पंकज कुमार सोनुवा थाना, एएसआई कुश कुमार पासवान चक्रधरपुर रेल थाना, आरक्षी राम कुमार रेल थाना व महिला आरक्षी मेनका कुमारी प्रधान.