जमशेदपुर।
जमशेदपुर और इसके आसपास रहने वाले लोगों को अगले माह से पटना आने-जाने के लिए एक और ट्रेन मिलने जा रही है. इसको पूर्व मध्य रेलवे ने एक अधिसूचना जारी कर दी है. दरअसल, टाटा से रोजाना खुलने वाली धनबाद आने जाने वाली स्वर्णरेखा एक्सप्रेस (13301/13302) का कोच अब एलएचबी में परिवर्तित होने जा रहा है. वहीं, दूसरी ओर गाड़ी संख्या 13329/13330 धनबाद पटना धनबाद गंगा दामोदर एक्सप्रेस के भी कोच एलएचबी किए जा रहे हैं. रेलवे ने दोनों गाड़ियों को एक साथ जोड़कर चलाने का निर्णय लिया है. दोनों ट्रेन जुड़ जाने से गंगा दामोदर एक्सप्रेस धनबाद पहुंचकर 10 मिनट रुककर पुनः इस ट्रेन को स्वर्णरेखा एक्सप्रेस के नंबर के साथ टाटा के लिए रवाना की जाएगी. उसी प्रकार टाटा से धनबाद पहुंचने पर स्वर्णरेखा एक्सप्रेस 20 मिनट रुकने के बाद गंगा दामोदर बनाके इस ट्रेन को पटना के लिए रवाना कर दिया जाएगा. यह तत्काल प्रभाव 8 नवंबर से टाटानगर से लागू होगा, जबकि पटना स्टेशन से 7 नवंबर को ही लागू रहेगा. ट्रेन में यात्रियों को पटना आने-जाने के लिए दो अलग अलग टिकट लेने होंगे. क्योंकि धनबाद से ट्रेन का नंबर अलग हो जाएगा. हालांकि सामान्य क्लास के यात्रियों के लिए उतनी परेशानी नहीं होगी.
स्वर्णरेखा का टाटा से समय में किया गया बदलाव
इसी को लेकर टाटा धनबाद स्वर्णरेखा एक्सप्रेस के समय में टाटा से बदलाव किया गया है. अब स्वर्णरेखा एक्सप्रेस टाटानगर स्टेशन से अपराह्न 03.50 बजे खुलकर रात 11 बजे धनबाद पहुंचेगी. इस दौरान चांडिल में शाम 4.45, पुरुलिया में 05.35, अनारा में 06.05, आद्रा में 06.40 और पाथरडीह में 09.00 पहुंचेगी. उसके बाद रात 11 बजे धनबाद पहुंचेगी. फिर धनबाद से यही रेक गाड़ी संख्या 13329 में तब्दील होकर पटना के लिए गंगा दामोदर बनकर रात के 11.20 बजे प्रस्थान कर सुबह 5.15 मिनट में पटना पहुंचेगी. उसी प्रकार गाड़ी संख्या 13330 गंगा दामोदर एक्सप्रेस पटना से रात के 11.30 बजे खुलकर धनबाद सुबह 5.15 बजे पहुंचेगी. यहां 10 मिनट के ठहराव के बाद सुबह 5.25 बजे गाड़ी संख्या 13301 स्वर्णरेखा एक्सप्रेस बनकर टाटा के लिए खुलेगी, जो दिन 11.20 बजे टाटानगर स्टेशन पहुंचेगी.
22 कोच की हुई स्वर्णरेखा
नए आदेश के मुताबिक अब स्वर्णरेखा एक्सप्रेस 22 कोच की साथ चलेगी, जिसमें स्लीपर कोच की संख्या 8, थर्ड एसी छह, सेकेंड एसी दो, फस्ट एसी एक, तीन जनरल कोच यात्रियों के लिए होंगे. बता दें कि अभी फिलहाल स्वर्णरेखा एक्सप्रेस में नौ कोच होते हैं.