जमशेदपुर।
टाटानगर रेल क्षत्र के जर्जर क्वार्टर को तोड़ने का काम जल्द शुरू होगा.
इससे रेलवे इंजीनियरिंग विभाग के आईओडब्ल्यू विभिन्न कॉलोनियों में जर्जर समेत अवैध कब्जे वाले क्वार्टर के सर्वे में जुटे हुए हैं.
इधर चक्रधरपुर मंडल ने क्वार्टर तोड़ने का टेंडर निजी एजेंसी को दिया है, जो क्वार्टरों को तोड़ने के साथ मलबे को भी उठाएगी.
जानकारी के अनुसार, लोको कॉलोनी के 350 रेलवे क्वार्टर पहले चरण में टूटेंगे.
दूसरे चरण में आठ सौ से ज्यादा जर्जर क्वार्टर भी बागबेड़ा ट्रैफिक कॉलोनी में तोड़े जाएंगे.
दरअसल, रेलवे के ज्यादात्तर क्वार्टर जर्जर होने और अवैध कब्जा का मामला चक्रधरपुर मंडल मेंस कांग्रेस की बैठक में उठा था, जबकि
रेलवे ओबीसी कर्मचारी संघ ने रेल जीएम को ज्ञापन देकर अवैध कब्जे का मुद्दा उठाया था. जबकि कॉलोनी केयर ग्रुप के सदस्य कई बार इंजीनियरिंग विभाग को जर्जर क्वार्टर की रिपोर्ट दे चुके हैं. जर्जर क्वार्टर की छत व छज्जा गिरने से रेलकर्मियों के परिजन जख्मी भी हुए हैं. जानकार बताते हैं कि टाटानगर के साथ चक्रधरपुर रेल मंडल के विभिन्न स्टेशनों पर भी जर्जर क्वार्टर को तोड़कर अवैध कब्जा हटाने का अभियान इसी तरह शुरू होगा. जर्जर क्वार्टर को तोड़कर रेलवे कर्मचारियों को महानगरों की तर्ज पर बेहतर सोसाइटी और स्वच्छ वातावरण उपलब्ध कराना चाहता है. इससे चक्रधरपुर मंडल रेलवे का आरएलडीए (रेल भूमि विकास प्राधिकरण) से बहुमंजिला फ्लैट बनाने का प्रस्ताव दक्षिण पूर्व जोन ने भी मंजूर कर लिया है. रेलवे की इस कार्रवाई के बाद रेलवे के क्वार्टरों में अवैध कब्ज़ा किये बाहरी लोगों में तो हड़कंप मचा ही है. इसके साथ ही उन क्वार्टरों को भाड़े पर चलाकर अवैध कमाई करने वाले दबंग किस्म के लोगों पर भी आफत बन गई है, जो बाहरी दबंग के साथ साथ कुछ रेलवे से जुड़े भी कर्मचारी और ठेकेदार हैं.