चाईबासा। पश्चिम सिंहभूम जिले के बड़ाजामदा में गुरूवार को मुख्य बाज़ार में भीषण आग लग गयी. इस आगलगी की घटना में तक़रीबन 20 दुकानें पूरी तरह जलकर खाख हो गयी. जानकारी के मुताबिक इस घटना से दुकानदारों को लाखों का नुकसान हुआ है. घटना के बाद ईलाके में अफरा तफरी का माहौल था. आग कैसे लगी यह स्पष्ट नहीं हो पाया है. लेकिन कुछ इस आगलगी का कारण बिजली का शोर्ट सर्किट बता रहे हैं.
जानकारी के मुताबिक सुबह तडके 7 बजे लोगों ने देखा की बाज़ार में आग जल रही है. पहले तो लोगों को लगा की यह कचरों में लगायी गयी आग है. लेकिन जब आग की लपटें जब ऊँची उठने लगी तो वहां भगदड़ से मच गयी, भीषण आग देख लोग चीख पुकार मचाने लगे. आसपास के लोग घर से पानी लाकर आग बुझाने का प्रयास करने लगे. लेकिन आग इतना विकराल रूप ले चुकी थी की आग बुझने के बजाये और भड़कती जा रही थी.
घटना की सुचना के बाद नोवामुंडी टाटा स्टील और उड़ीसा के बड़बिल से दमकल की टीम घटना स्थल पहुंची. दमकल पहुंचने के बाद आग पर पानी की बौछार की गयी. दमकल कर्मियों और आसपास के लोगों के भरसक प्रयास के बाद आग पर काबू पा लिया गया. दुकानदारों ने अनुमान लगाते हुये बताया कि बिजली की शार्ट सर्किट से आगलगी की घटना घटी है. घटना की सूचना पर किरीबुरू एसडीपीओ अजीत कुजूर, किरीबुरू इंस्पेक्टर बीरेंद्र कुमार एक्का, नोवामुंडी बीडीओ अनुज बांडो, सीओ सुनील चन्द्र, बड़ाजामदा ओपी प्रभारी बासुदेव टोप्पो घटनास्थल पहुंचे.
सभी ने घटना स्थल का मुआयना किया और पीड़ित दुकानदारों से उनको हुए नुकसान की जानकारी ली. दुकानों में आग लगने से करीब बीस दुकानों की लाखों की संपत्ति जलकर नष्ट हो गई है. इस घटना में जलकर खाख होने वाले दुकानों में किराने की दुकान, कपड़े की दुकान, इलेक्ट्रॉनिक्स की दुकान, बर्तन की दुकान, मोबाइल की दूकान, जूते चप्पल की दूकान आदि शामिल है. घटना के बाद स्थानीय पंचायत प्रतिनिधि भी पहुंचे और घटना पर अफ़सोस जताया.
जिला परिषद् सदस्य देवकी कुमारी ने कहा की वे इस घटना में पीड़ित दुकानदारों के साथ हैं और उन्हें सरकारी मुआवजा दिलाने का पूरा प्रयास करेंगे. उन्होंने इस घटना के लिए बिजली विभाग पर दोष भी मढ़ा है. पूर्व जिला परिषद् सदस्य शम्भू हाजरा, प्रखंड प्रमुख पूनम गिलुआ, सांसद प्रतिनिधि मंजीत प्रधान ने भी पीड़ितों को मुआवजा दिलाने की बात कही है. बताया गया की गरीबों ने कर्ज लेकर दूकान खड़ा किया था ताकि उनकी रोजी रोटी चल सके लेकिन अचानक हुए इस घटना ने उन्हें एक झटके में बेरोजगार करके सड़क पर ला दिया है. सभी पीड़ित दुकानदारों ने सरकार से मुआवजे की मांग की है.