चाईबासा।
पश्चिम सिंहभूम वन विभाग की टीम ने करोड़ों के 10 पीस हाथी दांत के साथ हाथी दांत के तस्करों को पकड़ा है
वन विभाग के मुताबिक विभाग के द्वारा अंतरराज्यीय हाथी दांत तस्करों को पकड़ा गया है और इनकी गिरफ्तारी से हाथी दांत तस्कर के
एक बड़े रैकेट का खुलासा आने वाले समय में हो सकता है.
वन विभाग को मिले हाथी दांत से साफ़ है की जंगलों में हाथियों के साथ क्रूरता की जा रही है और रुपये कमाने के लिए हाथियों की जान
लेकर उनका दांत निकाला जा रहा है.
इस घटना ने पूरे वन विभाग को सचेत कर दिया है.
जानकारी के मुताबिक पश्चिम सिंहभूम वन विभाग की टीम को गुप्त सूचना मिली थी कि बाहर से आये कुछ लोग चाईबासा में हाथी दांत
की खरीद बिक्री का गोरख धंधा कर रहे हैं.
इस गुप्त सूचना पर पश्चिम सिंहभूम वन विभाग की टीम ने चाईबासा के कुम्हार टोली में छापेमारी की.
छापेमारी के दौरान एक किराए के मकान से वन विभाग की टीम ने 5 लोगों को 10 पीस हाथी दांत के साथ धर दबोचा जिन लोगों को
हाथी दांत के साथ गिरफ्तार किया गया है उनमें बिहार झारखंड और उड़ीसा के लोग शामिल हैं.
इससे अनुमान लगाया जा रहा है कि यह गिरोह एक बहुत बड़ा नेटवर्क के साथ पूरे देश में हाथी दांत तस्करी का कारोबार करता है और इसकी खरीद बिक्री भी करता है. यही वजह है कि पश्चिम सिंहभूम वन विभाग की टीम ने इस मामले के उद्भेदन को लेकर अभी जांच प्रक्रिया और कार्रवाई जारी रखी है. बतौर वन विभाग आने वाले दिनों में इस गिरोह से जुड़े और भी लोगों को धर दबोचा जाएगा पूरे गिरोह का भंडाफोड़ किया जाएगा. 10 पीस हाथी दांत की कीमत करोड़ों में आंकी जा रही है लेकिन इसका सही अनुमान अबतक नहीं लगाया जा सका है क्योंकि इसके खुले बाज़ार में खरीद बिक्री पर रोक है.
वन विभाग ने बताया है कि हाल के दिनों में हाथियों की हत्या की घटना पश्चिम सिंहभूम जिले में नहीं हुई है इसलिए यह कह पाना फिलहाल मुश्किल है कि यह हाथी के दांत इस जिले के हाथियों को मारकर हासिल किया गया होगा. हो सकता है बाहर कहीं से हाथी को मारकर हाथी दांत की तस्करी की जा रही होगी. फिलहाल पूरे मामले की जांच जारी है. वहीं इस गिरोह के किंगपिन तक पहुँचने के लिए झारखण्ड के अलावे ओडिशा, बिहार के साथ साथ वन्य जीव प्राणी अपराध नियंत्रण ब्यूरो से सम्पर्क साध मदद ली जा रही है