जमशेदपुर।
ऑल इंडिया सिख स्टूडेंट्स फ़ेडरेशन के पूर्वी भारत अध्यक्ष सतनाम सिंह गंभीर ने आशीष मिश्रा के खिलाफ आरोप तय होने से भारत की न्यायपालिका पर भरोसा बड़ा है. लखीमपुर खीरी कांड में शहीद किसानों को इंसाफ़ मिलना चाहिये, जो अब प्रतीत होता है. मानगो गुरुद्वारा के पूर्व अध्यक्ष इंदर सिंह इंदर ने कहा कि यह किसानो के न्यायपालिका पर भरोसे की जीत है. उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी जिले की एक अदालत ने आज केंद्रीय मंत्री अजय मिश्रा के बेटे आशीष मिश्रा और 13 अन्य लोगों के खिलाफ लखीमपुर खीरी में किसान हत्याओं के मामले में आरोप तय किए.
ज्ञातव्य हो कि उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी जिले में यह अपराध 3 अक्टूबर, 2021 को हुआ था. जब कई किसान उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य की लखीमपुर खीरी जिले की यात्रा के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर रहे थे और कथित रूप से आशीष मिश्रा के काफिले की एक एसयूवी द्वारा कुचले जाने के बाद चार प्रदर्शनकारी किसानों की मौत हो गई थी. आशीष मिश्रा को 9 अक्टूबर, 2021 को गिरफ्तार किया गया था.