जमशेदपुर।
मानगो में साल 2015 में हुए दंगा मामले में आरोपी भाजपा नेता विकास सिंह को गिरफ्तार करने देर रात पुलिस उनके आवास पहुंची. उस वक्त विकास सिंह घर पर मौजूद नहीं थे, जिसके बाद सुबह पुलिस फिर से उनके आवास पहुंची. घर पर उनकी पत्नी और बच्चे मौजूद थे, जो पुलिस के इस तरह आ धमकने से डर गए. विकास सिंह ने बयान जारी करते हुए कहा कि मंत्री के इशारे पर यह सब हो रहा है.
एक घंटे तक पुलिस बजाती रही कॉल बेल
देर रात लगभग पुलिस 12.40 बजे उनके आवास पहुंची. अभियान में शामिल पुलिस के अफसर और जवान लगभग एक घंटे तक कॉल बेल बजाया, जिससे कॉल बेल पूरी तरह जल गया. घर कि बिजली चली गई. घर पर उनकी पत्नी पूनम सिंह और बच्चे चिंगारी देख कर डर गए. अगर मेन स्विच नहीं गिराया जाता तो बड़ा हादसा घट सकता था.
दरवाजे पर लात घूसे मारने का आरोप
पुलिस के जवान और अफसर यहां तक नहीं रुके, बल्कि दरवाजे में जबरन लात और कंधे से प्रहार करने लगे, जिसे दरवाजा का स्लाइडिंग भी टूटकर तहस नहस हो गया. विकास सिंह ने कहा कि इस तरह पुलिस एक आतंकवादी को पकड़ने के लिए आती है. पुलिस रात को घर में आकर गाली-गलौज के साथ-साथ भद्दी भद्दी बातें कर गोली मारने की बातें कर रहे थे. वहीं उनकी पत्नी ने बताया कि छापेमारी दल में महिला कांस्टेबल या अफसर रहती तो वह दरवाजा निश्चित रूप से खोल देती और पूरे घर की तहकीकात करवा देती. उन्होंने कहा कि विकास सिंह रात को घर जरूर आए थे लेकिन पुनः 11:30 बजे किसी करीबी का फोन आया और उसने तबीयत खराब का हवाला दिया तो विकास सिंह घर से अस्पताल जाने की बात कर निकल गए थे.
2015 में 50 लोगों पर हुआ था केस
50 लोगों के ऊपर 2015 में मानगों दंगा के विरुद्ध चार मुकदमा एक ही समय एक ही थाना में दर्ज किए गए थे, जिसमें 3 मुकदमे में विकास सिंह ने जमानत ले रखी है. एक मामला में स्टे लगा था, लेकिन कुछ दिन पूर्व स्टे हटा दिया गया. मामला उच्च न्यायालय में विचाराधीन है. इसके साथ ही अन्य कई आरोपियों का जमानत निचली अदालत से सभी केस में मिल गया है. विकास सिंह ने बताया कि वे प्रत्येक दिन समाज सेवा में लगे रहते हैं और उनकी गतिविधि अखबार के साथ-साथ सोशल मीडिया में दिखती है उसके बावजूद पुलिस उन्हें सड़क पर गिरफ्तार नहीं करती है घर में आकर आतंकवादी की तरह छापामारी करती है. इस मामले में मानगो थाना प्रभारी विनय कुमार ने बताया कि साल 2015 में मानगो के दंगा मामले में विकास सिंह की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की गई थी. इस मामले में अब तक लगभग 50 लोगों की गिरफ्तारी हुई है.