● टेल्को थाना प्रभारी और संलिप्त पुलिस कर्मियों पर हो कार्रवाई : कुणाल षाड़ंगी
जमशेदपुर : देश के मोस्ट वांटेड डॉन दाऊद इब्राहिम के नज़दीकी अब्दुल माज़िद कुट्टी पहचान बदलकर जमशेदपुर में पिछले डेढ़ वर्षों से जमशेदपुर में रह रहा था। इस मामले में भारतीय जनता पार्टी ने पुलिस कार्यसंस्कृति को कठघरे में खड़ा करते हुए उच्चस्तरीय जाँच और दोषी अफसरों पर कार्रवाई की माँग की है। अब्दुल अज़ीद उर्फ़ कुट्टी मानगो के जिस फ़्लैट में रह रहा था दरअसल उसका पुलिस वेरिफिकेशन टेल्को थाना ने किया था। प्रशिक्षु दारोगा महबा मिंज ने गलत जाँच और फ़र्ज़ी प्रतिवेदन तैयार किया और टेल्को थाना प्रभारी अखिलेश मंडल ने उस वेरिफिकेशन रिपोर्ट को अपनी हस्ताक्षर और मुहर के साथ आगे फॉरवर्ड कर दिया। इसके बाद ही दाऊद इब्राहिम के नजदीकी कुट्टी को जमशेदपुर में सुरक्षित ठिकाना मिल सका।
जानकारी देते कुणाल षाड़ंगी
टेल्को थाना की वेरिफिकेशन रिपोर्ट के अनुसार अब्दुल माज़िद कुट्टी (मोहम्मद कमाल) बचपन से ही टेल्को अंतर्गत बारीनगर के पते पर रह रहा था। जबकि गुजरात एटीएस ने दावा किया कि अब्दुल माज़िद वर्ष 2019 में ही जमशेदपुर में पहचान छिपाकर रह रहा था। इस मामले में टेल्को पुलिस की कार्यसंस्कृति पर कई सवाल उठ रहे हैं। वहीं राज्य की मुख्य विपक्षी पार्टी भाजपा ने भी मामले में कार्रवाई की माँग की है। भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता और पूर्व विधायक कुणाल षाड़ंगी ने कहा कि आम तौर पर पुलिस वेरिफिकेशन के नाम पर आम आदमी को परेशानियों का सामना करना पड़ता है, उन्हें थाना का चक्कर लगवाया जाता है और रकम वसूले जाते हैं। लेकिन आतंकी गतिविधियों में लिप्त व्यक्ति को गलत अनुसंधान कर के टेल्को थाना से क्लीन चिट दी गई जो उच्चस्तरीय जाँच का विषय है। भाजपा प्रवक्ता कुणाल षाड़ंगी ने इस प्रकरण में लिप्त टेल्को थाना प्रभारी अखिलेश मंडल सहित प्रशिक्षु दारोगा महबा मिंज पर कार्रवाई की माँग की है। भाजपा ने माँग किया कि यह गंभीर प्रकृति का अपराध है। ऐसे मामलों की समीक्षा की जानी चाहिए। कुणाल षाड़ंगी ने कहा कि संभावना है कि अब्दुल माज़िद की तरह ही लचर व्यवस्था का फ़ायदा उठाकर गलत पुलिस वेरिफिकेशन और फ़र्ज़ी कागज़ातों के आधार पर कई अन्य लोग पहचान छिपाकर रह रहे होंगे। ऐसे लोगों की पहचान उज़ागर करने के लिए कार्ययोजना तैयार कर पुलिस दुबारा तहकीकात करें।