रांची : केन्द्र सरकार की उड़ान योजनान्तर्गत हजारीबाग और देवघर में हवाई अड्डे के निर्माण की स्वीकृति दी गई थी. उसके बाद देवघर में हवाई अड्डे के निर्माण के बाद हवाई सेवा भी शुरू हो गई, लेकिन हजारीबाग में हवाई अड्डे निर्माण का मामला राज्य सरकार की उदासीनता के कारण अब तक लंबित है. जबकि, इसके लिए केन्द्र सरकार 36.720 करोड़ की राशि की स्वीकृति दे चुकी है. साथ ही, वर्ष 2024 तक उक्त हवाई अड्डे के निर्माण कार्य को पूरा करने का लक्ष्य भी निर्धारित किया गया था. बावजूद इसके राज्य सरकार की ओर से हवाई अड्डे के लिए अबतक भूमि उपलब्ध नहीं कराई जा सकी है.
शुक्रवार को झारखंड विधानसभा के शीतकालीन सत्र के दौरान हजारीबाग सदर विधायक मनीष जायसवाल ने इस मामले को पुरजोर तरीके से सदन पटल पर उठाया. इस पर सरकार ने मामले को गंभीरता से लेते हुए एयपोर्ट निर्माण के लिए जल्द जमीन उपलब्ध कराने का आश्वासन दिया है. इससे एकबार फिर हजारीबाग में एयरपोर्ट के निर्माण की आस जगी है.