रांची : राजधानी के मोहरबादी मैदान में आयोजित होनेवाले राष्ट्रीय खादी एवं सरस महोत्सव की तैयारियां जोरों पर है. इस महोत्सव का आगामी 28 दिसंबर को राज्य के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन उद्घाटन करेंगे. 28 दिसंबर से शुरू होनेवाले इस महोत्सव का समापन 8 जनवरी 2023 को होगा. यह महोत्सव आम लोगों के लिए सुबह दस बजे से रात के नौ बजे तक खुला रहेगा. यह जानकारी खादी बोर्ड के सीईओ राखाल चन्द्र बेसरा ने एक प्रेस वार्ता में दी. उन्होंने बताया कि इस महोत्सव में राज्य सरकार की ओर से आमलोगों के लिए चलायी जा रही विभिन्न योजनाओं की जानकारी दी जाएगी. इसके लिए 100 से अधिक स्टॉल्स होंगे, जिससे लोगों को सीधे तौर पर योजनाओं की जानकारी मिल सकेगी.
हेल्थ चेकअप कैंप भी लगेगा
इसके अलावा महोत्सव में हेल्थ डिपार्टमेंट की ओर से हेल्थ चेकअप कैंप भी लगाया जाएगा. इस दौरान लोगों के स्वास्थ्य की जांच की जाएगी. इसका भी लोग लाभ उठा पाएंगे.
झारखंड की कला-संस्कृति से वाकिफ होंगे लोग
इस महोत्सव के दौरान लोगों को झारखंड की कला-संस्कृति से भी वाकिफ कराया जाएगा. झारखंड का प्रमुख त्यौहार सरहुल, मागे, सोहराई एवं टुसू और प्रमुख नृत्य छऊ, पाईका, झुमर एवं दसाई के नाम पर सभी सेक्शन के नाम रखे जाएंगे.
आकर्षण का केन्द्र रहेगा गांधी म्यूजियम
इस महोत्सव के आकर्षण का केन्द्र महात्मा गांधी म्यूजियम रहेगा. यहां केवल खादी के वस्त्र ही नहीं, बल्कि राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के विचारों से भी लोगों को अवगत कराया जाएगा. म्यूजियम के जरिए यह दर्शाया जाएगा कि खादी भारतीय वस्त्र के विरासत का प्रतीक है और खादी की असली पहचान महात्मा गांधी और भारत की आजादी की लड़ाई से है. इसलिए हर बार की तरह इस बार भी राष्ट्रीय खादी एवं सरस महोत्सव महात्मा गांधी को समर्पित करते हुए उनके जीवन के हर पहलुओं को समेटे उनकी तस्वीरों के माध्यम से उनकी जीवनी पर आधारित गांधी म्यूजियम होगा. ताकि लोग गांधी के विचारों के साथ खादी के महत्व को समझ पाएंगे. इसके अलावा महोत्सव के मुख्य गेट का नाम झारखंड के वीर सपूत भगवान बिरसा मुंडा के नाम रखा जाएगा.
सांस्कृतिक कार्यक्रमों के साथ उठा पाएंगे स्वादिष्ट व्यंजन का लुत्फ
श्री बेसरा ने कहा कि महोत्सव में 28 दिसंबर से 8 जनवरी तक सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा. इसमें झारखंड की पारंपरिक लोक नृत्य, गायन एवं वादन, हिंदी गायन, नृत्य नाटिका आधुनिक फोक गायन एवं बैंड शामिल होंगे. इसके अलावा महोत्सव में शामिल होनेवाले लोग स्वादिष्ट व्यंजनों का भी लुत्फ उठा पाएंगे. इसे लेकर झारखंडी धुस्का बर्रा से लेकर अलग-अलग राज्यों के स्वादिष्ट व्यंजनों का भी स्टॉल लगाये जाएंगे. साथ ही, कारपेट एरिया तरह-तरह के फर्नीचर, कुकरी आइटम्स और कालीन से गुलजार रहेगा.