जमशेदपुर।
सेंट्रल गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (सीजीपीसी) के प्रधान पद को लेकर होने वाले चुनाव से विवाद पीछा नहीं छोड़ रहा है. अब चुनाव संचालन समिति ने यह फैसला लिया है, कि अब चुनाव में वोटिंग से टिनप्लेट, सोनारी और सीतारामडेरा के गुरूद्वारे बाहर रहेंगे. क्यूंकि इन गुरुद्वारों में चुनाव नहीं हुआ है. पिछली 19 दिसंबर की बैठक में तय हुआ था कि इन गुरुद्वारों के सभी उम्मीदवारों के तीन तीन समर्थकों को वोटिंग राइट दिया जायेगा. लेकिन सीतारामडेरा और टिनप्लेट से एक-एक उम्मीदवार ने अपने नाम चुनाव समिति को नहीं दिए. साथ ही सोनारी से खुद तारा सिंह ने भी नाम नहीं दिए. जिसके बाद यह फैसला हुआ कि तीनों गुरूद्वारे वोट से बाहर रहेंगे. इस निर्णय के साथ सीजीपीसी प्रधान पद के उम्मीदवार हरविंदर सिंह मंटू की उम्मीदवारी खतरे में आ गई है, क्यूंकि उन्होंने सीतारामडेरा से सदस्यता लेकर उम्मीदवारी की थी. इसके साथ ही सोनारी के वोटिंग से बाहर होने पर चुनाव समिति के सदस्य दलजीत सिंह दल्ली की चुनाव में वोट देने की हसरत पर पानी फिर गया है. दल्ली मनीफिट में रहते हैं और चुनाव में सोनारी की ओर से उनका नाम मेंबरशिप के लिए भेजा गया था, जो की सरासर ही गलत था. इन सब के साथ ही चुनाव समिति ने यह निर्णय लिया है की मंगलवार को उम्मीदवारों को चुनाव चिह्न आवंटित कर दिए जायेंगे और प्रकाश पर्व के बाद शीघ्र ही चुनाव की तारीख की घोषणा कर देंगे.. उधर, चुनाव के इस फैसले को मंटू ने गलत बताया है. उन्होंने कहा की नामांकन पत्रों की जांच में ही कमेटी को यह निर्णय लेना चाहिए था. कमेटी के कुछ लोग एक व्यक्ति विशेष के इशारे पर कार्य कर रहे हैं. अगर ऐसा हुआ तो वे मामले को कोर्ट में चुनौती देंगे.