केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह ने आज नई दिल्ली में सीमा सुरक्षा बल (BSF) के ‘प्रहरी’ मोबाइल एप और मैनुअल का लोकार्पण किया। इस अवसर पर केन्द्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय, केन्द्रीय गृह सचिव, बीएसएफ के महानिदेशक, केन्द्र शासित प्रदेशों के मुख्य सचिव, केन्द्रीय गृह मंत्रालय, केन्द्र शासित प्रदेशों और बीएसएफ़ के अनेक वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित थे।
अपने सम्बोधन में केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री ने कहा कि BSF की यह ऐप Proactive Governance का एक बड़ा उदाहरण है, अब जवान व्यक्तिगत एवं सेवा संबंधी जानकारी, आवास, आयुष्यमान-CAPF व अवकाश से संबंधित जानकारी अपने मोबाइल पर प्राप्त कर सकते हैं। GPF, BIO DATA हो या “केंद्रीकृत लोक शिकायत निवारण और मॉनीटरिंग प्रणाली” (CP-GRAMS) पर समस्या निवारण या कई कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी हो, अब जवान ऐप के जरिये यह सब जानकारी प्राप्त कर सकते हैं और यह ऐप उन्हें गृह मंत्रालय के पोर्टल से भी जोड़ेगा। इसके साथ ही 13 मैनुअल में प्रतीक्षित रिविजन तथा अपडेट से ऑपरेशन, एडमिनिस्ट्रेशन एवं ट्रेनिंग की कार्यों की बेहतर समझ बढ़ेगी और कार्यों में तेजी आएगी, इसके लिए बीएसएफ़ के महानिदेशक पंकज कुमार और उनकी पूरी टीम को बहुत-बहुत बधाई। शाह ने कहा कि उन्हे पूरा भरोसा है कि इससे बीएसएफ के सभी स्तर के जवानों और अधिकारियों को काम करने में सहूलियत होगी। उन्होने कहा कि ये नए इनीशिएटिव बीएसएफ़ के काम में सरलता भी लाएंगे और सहूलियत भी करेंगे।
मुस्तैदी के साथ-साथ सातत्यपूर्ण प्रयासों के साथ इन सीमाओं की सुरक्षा करते हैं। उन्होने कहा कि देश की सीमाओं की सुरक्षा पिलर या फेंसिंग नहीं बल्कि उस सीमा पर खड़े जवान की वीरता, देशभक्ति व सजगता ही कर सकती है। शाह ने कहा कि देश के गृहमंत्री होने के नाते इस मौके पर वे आज बीएसएफ के सभी जवानों की वीरता, सतर्कता और सजगता की भूरी भूरी प्रशंसा करना चाहते हैं।
अमित शाह ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हाल ही में वाइब्रेंट विलेज कार्यक्रम शुरू किया है। उन्होने सभी बॉर्डर सिक्योरिटी फोर्स से आग्रह किया कि उन्हे वाइब्रेंट विलेज कार्यक्रम के माध्यम से गांव के अंदर टूरिज्म बढ़ाने, गांव को आत्मनिर्भर और संपूर्ण सुविधाओं से युक्त बनाने की दिशा में प्रयास करना चाहिए। शाह ने कहा कि बॉर्डर की सिक्योरिटी तभी हो सकती है जब बॉर्डर के गांव के अंदर आबादी होगी, सीमाओं पर जवानों की तैनाती के साथ-साथ स्थाई सिक्योरिटी गांव में बसे हुए देशभक्त नागरिक ही दे सकते हैं और सभी बॉर्डर गार्डिंग फोर्स को इसे मजबूत करना होगा और जमीन पर भी उतारना होगा।
केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री ने कहा कि सीमा सुरक्षा बल का एक बहुत लंबा इतिहास रहा है और अब तक इसे एक महावीर चक्र, 4 कीर्ति चक्र, 13 वीर चक्र और 13 शौर्य चक्र सहित अनेक वीरता पुरस्कारों से सम्मानित किया गया है, BSF ने बड़ी ही वीरता से इतने युद्ध लड़े हैं कि हर युद्ध पर एक पुस्तक लिखी जा सकती है। गृह मंत्री ने कहा कि पिछले 3 वर्षों में बीएसएफ के माध्यम से 26000 किलो नारकोटिक्स की जब्ती की गई और 2500 आर्म्स और एम्युनिशन पकड़े गए। उन्होने कहा कि हालांकि सीमा पर एंटी ड्रोन टेक्नोलॉजी अभी प्रयोगात्मक स्टेज पर है लेकिन इसमें काफी हद तक सफलता मिली है। बीएसएफ ने विगत 6 माह के अंदर ही पश्चिमी सीमा पर 22 ड्रोन गिराने का काम किया है जो एक बहुत बड़ी उपलब्धि है, साथ ही नापाक इरादों के साथ नारकोटिक्स और टेररिज्म फैलाने के लिए हथियार लाने वाले ड्रोन पर भी सफलता प्राप्त हो रही है। केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा कि नोएडा में BSF ड्रोन/यूएवी और साइबर फोरेंसिक लैब” स्थापित किया गया है जिससे पकड़े गए ड्रोन के माध्यम से इसके लिंकेज और बॉर्डर पार के स्थान की बहुत अच्छी तरीके से मैपिंग और पहचान की गई है।
अमीत शाह ने कहा कि मुश्किल भौगोलिक परिस्थिति के कारण सीमा पर कुछ स्थानों पर फेंसिंग नहीं हो पाती थी, बीएसएफ ने वहां पर इलेक्ट्रॉनिक तरीके से सर्विलांस के लिए इन-हाउस टेक्नोलॉजी विकसित की है जिसकी कीमत बहुत कम है और इसकी एफिशिएंसी बहुत ज्यादा है। शाह ने कहा कि बीएसएफ के जवान दिन रात की मुस्तैदी के साथ बॉर्डर को सुरक्षित करने में सफल हुए हैं और मुश्किल स्थानों पर 140 किमी फेंसिंग और लगभग 400 किलोमीटर सडकों का निर्माण पूरा हो गया है। साथ ही 120 से ज्यादा बॉर्डर आउट-पोस्ट्स का निर्माण किया जा चुका है। गृह मंत्री ने कहा कि बीएसएफ़ के जवान -40 डिग्री से लेकर 46 डिग्री टेंपरेचर तक खड़े रहकर जितनी सजगता से बॉर्डर पर देश की सुरक्षा करते हैं उतनी ही सजगता से नरेंद्र मोदी सरकार उनके परिवार की देखभाल करती है। श्री शाह ने कहा कि हाउसिंग के लिए एक नया ऐप बनाया है और इसकी लॉन्चिंग के 2 महीने के अंदर ही 10% हाउसिंग सेटिस्फेक्शन रेशो बढ़ गया है जो एक बहुत बड़ी उपलब्धि है। उन्होने कहा कि एक प्रोएक्टिव गवर्नेंस कैसे हो सकती है यह इसका भी एक बहुत बड़ा उदाहरण है।
केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री ने कहा कि सरकार ने बॉर्डर इंडिया डेवलपमेंट के लिए भी ढेर सारे काम किए हैं। 9 इंटीग्रेटेड चैकपोस्ट विकसित की है और 14 और बनाने की दिशा में आगे बढ़ रहे हैं। गृह मंत्री ने बीएसएफ के सभी वरिष्ठ अधिकारियों से कहा किभारत सरकार और राज्य सरकारों के बॉर्डर जिलों के अंदर जनकल्याण के जितने भी कार्यक्रम हैं उनका जिला कलेक्टर के साथ मिलकर शत-प्रतिशत इंप्लीमेंटेशन बहुत जरूरी है। उन्होने कहा कि जो लोग बॉर्डर के गाँव छोड़ रहे हैं अगर हम उन्हें प्रधानमंत्री आयुष्मान भारत योजना से लैस कर देते हैं तो उन्हे वहाँ रहने का कारण मिलता है। साथ ही अगर उन्हे गैस, बिजली और पीने के पानी की सुविधाओं से युक्त कर देते हैं तो उन्हे भी लगेगा कि हमारी कोई चिंता कर रहा है और उन्हे यहीं रहना चाहिए। गृह मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश को आत्मनिर्भर बनाने के लिए जो इनीशिएटिव लिए है उन्हे प्रायोरिटी के साथ बॉर्डर के क्षेत्रों में लागू करना बहुत जरूरी है और इसमे देश के बॉर्डर पर तैनात सुरक्षाबलों और विशेषकर बीएसएफ की महत्वपूर्ण भूमिका है।