जमशेदपुर।
झारखंड संयुक्त प्रवेश प्रतियोगी परीक्षा पर्षद के पैरामेडिकल कोर्स के लिए काउंसलिंग में कॉलेज बंद होने से छात्रों को सीएलसी जमा करने में रही परेशानी, भाजपा प्रदेश प्रवक्ता कुणाल षाड़ंगी ने मुख्य सचिव से की बात, अंतिम तिथि बढ़ाने की मांग की।
जमशेदपुर। झारखंड संयुक्त प्रवेश प्रतियोगी परीक्षा पर्षद (जे.सी.ई.सी.ई.बी) के द्वारा झारखंड पैरामेडिकल के कोर्स के लिए अभी काउंसलिंग की प्रक्रिया चल रही है। इसमें जिन छात्र-छात्राओं का चयन हुआ है उन्हें अपने कॉलेजों से कॉलेज लिविंग सर्टिफिकेट (सीएलसी) लाने को कहा गया है और उसे जमा करने की अंतिम तिथि 31 दिसंबर 2022 तक है। क्रिसमस और नए वर्ष को लेकर अभी सारे कॉलेज बंद हैं। जिससे छात्र-छात्राओं को सर्टिफ़िकेट नहीं मिल पा रही है और इनके बीच असमंजस की स्थिति बनी हुई है। छात्र-छात्राओं द्वारा काउंसलिंग में सर्टिफिकेट जमा ना कर पाने संबंधी समस्या की जानकारी मिलने पर भाजपा झारखंड प्रदेश प्रवक्ता कुणाल षाड़ंगी ने राज्य सरकार से काउंसलिंग प्रक्रिया की अंतिम तिथि को बढ़ाने की मांग की है। पूर्व विधायक कुणाल षाड़ंगी ने इस बाबत राज्य के मुख्य सचिव सुखदेव सिंह से बात की। कुणाल ने कहा कि एमबीबीएस की काउंसलिंग प्रक्रिया के लिए इसमें पहले से ही अवधि विस्तार दिया जा चुका है। इसलिए राज्य में सैकड़ों चयनित छात्र-छात्राओं की मदद हेतु अबिलंब एडमिशन की प्रक्रिया में जो सीएलसी जमा करने की अंतिम तिथि है उसको अवधि विस्तार किया जाए और कम से कम 7 दिनों का समय अवश्य दिया जाए। जिससे इस दौरान सभी कॉलेज सुचारू रूप से खुल जाएंगे और जिन छात्र- छात्राओं का पैरामेडिकल कोर्स में विभिन्न कॉलेजों के लिए चयन हुआ है वह अपने सीएलसी सर्टिफिकेट काउंसलिंग की प्रक्रिया में जमा कर पाएंगे। उन्होंने राज्य के मुख्य सचिव सुखदेव सिंह से आग्रह किया है कि वे इस विषय को अविलंब देखकर झारखंड संयुक्त प्रवेश प्रतियोगी परीक्षा पर्षद को निर्देशित कर एडमिशन की अंतिम तिथि में समयावधि विस्तार सुनिश्चित करवाएँ ताकि सैकड़ों छात्र-छात्राओं को राहत मिले।