जमशेदपुर।
श्री अकाल तख़्त साहिब, अमृतसर ने जमशेदपुर के प्रचारक हरविंदर सिंह जमशेदपुरी के पत्र का जवाब देते हुए साफ़ कर दिया है कि होर्डिंग या इश्तेहार में सिख गुरु साहिबान के बराबर तस्वीर लगाना अनुचित है. श्री अकाल तख्त साहिब ने 2009 में जारी फरमान का हवाला देते हुए साफ़ तौर पर कहा है कि उन्हें इस तरह की शिकायतें पहले भी मिलीं थीं. इस लिए यह एक गंभीर मुद्दा बन गया है. 2009 में जारी फ़रमान के अनुसार होर्डिंग्स और इश्तेहार वगैरह में गुरुओं के बराबर फोटो लगाना अनुचित है, इसलिए सभी को हिदायत दी जाती है कि इस तरह का कोई कार्य ना करें अन्यथा गुरमत मर्यादा अनुसार कार्रवाई होगी.
श्री अकाल तख़्त अमृतसर से मिले जवाब पर अपने प्रतिक्रिया देते हुए हरविंदर सिंह जमशेदपुरी ने कहा की अकाल तख्त द्वारा जारी मता (फरमान) से साफ़ ज़ाहिर है की गुरूओं के समकक्ष तस्वीर नहीं लगानी है, इसलिये उन्होंने समूह सिख समाज के अलावा अन्य समुदाय से अपील की है कि फ़रमान का सम्मान करते हुए तस्वीर ना लगायें. जमशेदपुरी ने आगे कहा की उन्हें खुशी है की गुरु गोबिंद सिंह जी के प्रकाशोत्सव के दौरान नगर कीर्तन में जमशेदपुर में इस तरह के पोस्टर और होर्डिंग्स कम देखने को मिले. उन्होंने सके लिये भी सभी का धन्य़वाद किया कि संगत को भी इस बात का एहसास हुआ कि गुरु साहब की तस्वीर लगाने से उनका निरादर होता है. उन्होंने कहा की इससे यही पता चलता है कि समाज अब जागरूक हो रहा है.