जमशेदपुर।
जुगसलाई थाना क्षेत्र के रहने वाले रोनित गुप्ता पर रविवार की देर रात कन्हैया सिंह और उसके गुर्गों ने फायरिंग की. हालाकि घटना में रोनित को गोली नहीं लगी है. देर रात को ही जुगसलाई पुलिस को घटना की जानकारी दे दी गयी थी, लेकिन परिवार के लोगों ने घटना की लिखित शिकायत सोमवार की दोपहर को की है. अब पुलिस मामले की जांच में जुट गयी है.
बताया जा रहा है कि एक जनवरी को रोनित गुप्ता अपने दोस्तों के साथ नये साल की पार्टी मना रहा था. इस बीच ही कन्हैया सिंह और उसके गुर्गे वहां पर पहुंच गये थे और रोनित पर फायरिंग कर दी. फायरिंग के बाद रोनित के सभी साथी वहां से फरार हो गये थे. इसके बाद मामला थाने तक पहुंचा था.
घटना के ठीक दूसरे दिन दोपहर में रोनित के परिवार के लोग जुगसलाई थाने पर पहुंचे और पुलिस से मामला दर्ज कर आरोपी के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की. परिवार के लोगों ने कहा कि उनका घर में एक पल भी रहना दूश्वार हो गया है. उनके साथ कभी भी कुछ भी हो सकता है.
वहीं रोनित गुप्ता की बात करें तो 11 फरवरी 2022 को उसपर फायरिंग करने का एक मामला बागबेड़ा थाने में दर्ज है. फायरिंग की घटना बागबेड़ा थाना के ठीक बगल में ही सिदो-कान्हू मैदान में घटी थी. रोनित बागबेड़ा थाने से पहले जेल भी जा चुका है.
बताया जाता है कि कन्हैया सिंह और रोनित गुप्ता के बीच जमीन विवाद को लेकर पहले से ही विवाद चल रहा है. इसी विवाद के कारण बागबेड़ा में 11 फरवरी 2022 की देर रात दोनों पक्ष की ओर से फायरिंग की गयी थी. फायरिंग की घटना के बाद पुलिस ने दोनों पक्षों की ओर से अलग-अलग मामला दर्ज किया था.
अखिलेश का करीबी ही कन्हैया
कन्हैया सिंह की बात करें तो वह गैंगस्टर अखिलेश सिंह का काफी गरीबी है. बागबेड़ा में फायरिंग करने के मामले में पुलिस ने कन्हैया सिंह के साथ-साथ उसका साथी ज्योति प्रकाश सिंह, सुनिल पासवान के अलावा दूसरे गैंग के रोनित गुप्ता, विजय सिंह मोनू, सिकंदर कुमार और किशन साहू को जेल भेजा था.