जमशेदपुर।
सेंट्रल गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के प्रधान पद को लेकर होने वाले चुनाव को लेकर गहमा गहमी बनी हुई है. चुनाव समिति ने बुधवार को चारों उम्मीदवारों के साथ बीच का रास्ता निकालने के लिए बैठक बुलाई थी. सुबह 11 से शाम साढ़े 4 बजे तक चली बैठक में फिर कोई खास सहमति नहीं बन सकी. हालांकि इस दौरान समिति ने उम्मीदवारों को चुनाव चिह्न आवंटित कर दिया. भगवान सिंह को उगता सूरज, हरमिन्दर सिंह मिंदी को कलम और महेंद्र सिंह को शेर छाप मिला. एक चौथे उम्मीदवार हरविंदर सिंह मंटू ने चुनाव चिह्न लेने से इंकार कर दिया. उन्होंने कहा की पहले वोटर लिस्ट दुरुस्त करके दी जाये. चुनाव समिति टिनप्लेट, सीतारामडेरा और सोनारी के नाम काटकर 191 वोटरों की लिस्ट पर चुनाव कराने का फैसला कर चुकी है, जिसका भगवान सिंह को छोड़कर तीनों उम्मीदवार विरोध कर रहे हैं. उनकी मांग है की जो समिति ने पहले 218 वोटरों की लिस्ट दी थी, उसी पर चुनाव होता है तो चुनाव की ओर बढ़ेंगे अन्यथा विरोध करते रहेंगे. बैठक में चारों उम्मीदवारों के अलावा समिति के तारा सिंह गिल को छोड़कर नरेन्द्र पाल सिंह भाटिया, अमरजीत सिंह, दलजीत सिंह दल्ली, गुरदयाल सिंह शामिल थे. मिंदी ने इनसाइड झारखंड को बताया की तीनों गुरुद्वारा को वोटिंग का हक नहीं दिया जाता है तब तक चुनाव नहीं चाहेंगे. समिति की मनमानी नहीं चलने देंगे.
दो प्रधान बनाने को लेकर भी समिति ने दिया प्रस्ताव
बैठक के दौरान समिति ने दो प्रधान बनाने के साथ साथ अन्य दो उम्मीदवारों को कार्यकारी अध्यक्ष और महासचिव बनाये जाने का प्रस्ताव रखा. मिंदी और भगवान को प्रधान जबकि महेन्दर सिंह को कार्यकारी प्रधान और मंटू को महासचिव बनाने की बात हुई. इस पर महेंद्र सिंह पहले तो मान गए, लेकिन बाद में चुनाव लड़ने को लेकर अड़ गए, जिस कारण समझौता नहीं बन सका. अगर, दो प्रधान बनने को लेकर समझौता होता तो यह नया इतिहास जमशेदपुर की सिख राजनीति में होता हालांकि आगे इसके क्या नतीजे होते यह तो आने वाला वक्त ही बताता. समिति की ओर से बताया गया कि एक दो दिन में चुनाव की तारीख की घोषणा कर दी जाएगी.