जमशेदपुर।
हर बार कोई आएगा आपको एक वायदा करेगा और तारीख बता जाएगा फिर न तो वो तारीख आएगी और न ही वो वायदा पूरा होगा हां, लेकिन वायदा करने वाला आपके उम्मीदों का वो प्रधान जरुर बदल जाएगा. हर बार ऐसा ही होता आया है और हम सब बार-बार ठगे भी जाते हैं. इतना कुछ सहने के बाद भी हम सभी फिर अगली गलती के लिए तैयार ही रहते हैं.
उक्त बातें सीजीपीसी प्रधान पद के प्रत्याशी और रिफ्यूजी कॉलोनी गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के प्रधान सरदार हरमिंदर सिहं मिंदी ने एक बयान जारी कर कहीं हैं. मिंदी ने कहा कि संगत गुरू का रूप है और गुरू की मर्जी से ही सब होता है, लेकिन हम सभी को गुरू ने ज्ञान का दान भी दिया है, ताकि हम अच्छे-बुरे में फर्क भी समझ लें. उन्होने कहा कि सीजीपीसी प्रधान का पद बहुत ही महत्वपूर्ण है, लेकिन प्रधान को सिख संगत की जिन मांगों पर कार्यरत रहना चाहिए वो दशकों से आज तक नहीं हो पाया है, इसलिए इस बार वोटरों को अपना मत सोच समझ कर ही डालना होगा.
उन्होंने कहा कि हर चुनाव में कोई आता है और हाथ जोड़कर एक-एक वोट के लिए आपसे एक वादा करके चला जाता है और फिर संगत को ही संगत के उसी एक-एक वोट से छला जाता है. बस तारीख पर तारीख रह जाती है, लेकिन जिस उम्मीद से हम उस उम्मीदवार को प्रधान बनाकर चुनते हैं. वह संगत के संवैधानिक इस्तेमाल के बजाए राजनैतिक इस्तेमाल में अपना पूरा समय व्यर्थ ही गंवाता है. मिंदी ने कहा कि इस बार वोटर ठगाने वाला नहीं है. वो भले जिसके साथ भी घूमता रहे उसका वोट इस बार ऐतिहासिक फैसला बनकर साबित होगा.
हर बार चुनाव में शाम-दाम-दंड-भेद की नीति अपनाने वाले इस बार मुंह की खाने वाले हैं. सभी जानते हैं कि समाज में एक आदमी कभी इस गुट तो कभी उस गुट खासकर पैसे वालों के गुट में जाकर फूट डालो और राज करो की नीति अपनाता है. हर बार उस दलाल की किंगमेकर कहलाने की बीमारी ने समाज को बर्बाद कर रखा है.
सिहं ने जिला प्रशासन को सभी प्रत्याशियों और संचालन समिति के दो सदस्यों की बात सुनकर चुनाव की तिथि में विस्तार करने पर आभार व्यक्त करते हुए कहा कि हमें उम्मीद है कि संवैधानिक तरीके से चुनाव कराने में हम सभी को जिला प्रशासन का पूरा सहयोग मिलता रहेगा.
मिंदी ने कहा कि ये संगत का संगत के लिए संगत द्वारा निर्मित सीजीपीसी के संविधान की रक्षा का चुनाव है, इसलिए सही गलत का फैसला भी संगत को ही करना होगा.