जमशेदपुर।
बर्मामाइंस कैरेज कॉलोनी मुस्लिम बस्ती और रेलवे साइडिंग के आसपास रेलवे की अतिक्रमित जमीन पर मंगलवार को अभियान चलाकर मुक्त कराया गया. इस अभियान के लिये जिला पुलिस का खासा योगदान रहा. जहां रेलवे के साथ समन्वय बनाकर उन सभी स्थानों को अतिक्रमण मुक्त कराया गया, जहां आपराधिक गतिविधियां संचालित होती थी. पिछले कुछ माह में यहां आधा दर्जन आपराधिक घटनायें हुई हैं. सभी घटनाएं रेलवे की अतिक्रमित जमीन पर संचालित हो रहे अवैध धंधे में वर्चस्व को लेकर घटित हुई. ताजा मामले में लिकड़ी पर फायरिंग हुई थी. हालांकि पुलिस ने अधिकतर मामलों में मुख्य अपराधियों को धर दबोचा था, लेकिन इन घटनाओं को लेकर जिला पुलिस चिंतित थी. वरीय अधिकारियों ने घटना के कारणों पर विचार करने के बाद यह तय किया की ऐसी घटनाओं की पुनरावृति नहीं हो इसका जड़ से हल निकाला जाना चाहिए, जिसके बाद जिला पुलिस ने रेलवे प्रशासन के साथ रणनीति बनाई और मुस्लिम बस्ती में अभियान चलाकर करीब 35 इनफास्ट्रक्चर को जमींदोज कर दिया. अभियान में दो पोकलेन के साथ काफी संख्या में इंजीनियरिंग विभाग के कर्मचारी लगाए थे. विरोध को देखते हुए जिला पुलिस के साथ आरपीएफ व आरपीएसएफ के पर्याप्त बलों की तैनाती की गई थी. अभियान के दौरान लोगों ने पहले तो विरोध किया. उनका कहना था कि अफजल और शाहिद की आपसी दुश्मनी के कारण उनके 30 सालों के आशियाने को एक झटके में उजाड़ दिया गया. किसी तरह का कोई नोटिस भी नहीं दिया गया. हालांकि प्रशासन ने किसी की भी नहीं सुनी. 10 मकानों के अलावा आसपास के और अतिक्रमणकारियों को रेलवे की ओर से नोटिस करते हुए 10 दिनों का अल्टीमेटम दिया गया है. अभियान में सिटी एएसपी शुभांशु जैन भी मौजूद थे. उन्होंने कहा की इलाके में बढ़ती आपराधिक घटनाओं के मद्देनजर रेलवे के साथ मिलते हुए अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई की गई है. इस दौरान आरपीएफ सहायक कमाडेंट केसी नायक, पोस्ट इंचार्ज एसके तिवारी, बर्मामाइंस थाना प्रभारी अजय कुमार समेत इंजीनियरिंग विभाग के सुपरवाइजर व कर्मचारी शामिल थे.