जमशेदपुर : बागबेड़ा सोमाय झोपड़ी से पिछले पांच सालों से लापता अर्जुन बांड्रा शनिवार को अपने घर पर पहुंचा। यह प्रयास पूर्वी घाघीडीह की मुखिया लक्ष्मी सोय ने की है। अर्जुन का कहना है कि वह घर से टाटानगर रेलवे स्टेशन पर पहुंच गया था। इसके बाद टाटानगर की रेल पुलिस ने उसे पुरूलिया रिमांड होम में रखवा दिया था। रिमांड होम में रहकर उसने खूब पढ़ाई की थी। जब वह समझदार हो गया तब उसने बताया था कि वह बागबेड़ा का रहने वाला है। उसके माता-पिता नहीं है। चाचा के साथ वह रहता था। इसके बाद पुरूलिया रिमांड होम से उसे जमशेदपुर के रिमांड होम मे ंभेजा गया। यहां पर विभागीय प्रक्रियाएं पूरी होने के बाद शनिवार को उसे मुखिया के सुपुर्द किया गया। इसके बाद मुखिया ने अर्जुन को उसके चाचा को सौंप दिया। अपने घर जाने के बाद अर्जुन काफी खुश है। उसे लग रहा है कि वह अपनी पुरानी दुनिया में लौट आया है।