चक्रधरपुर ।
रेलवे ओवर ब्रिज बनने के बाद से चक्रधरपुर में उठी अंडरपास निर्माण की मांग अब पूरी होती हुई नजर आ रही है। चक्रधरपुर के रेलवे ओवरब्रिज के पास धरातल पर बहुत जल्द अंडरपास निर्माण कार्य शुरू हो जायेगा। अंडरपास के बनने से चक्रधरपुर के विधायक सुखराम उरांव का भी वह चुनावी वादा पूरा हो जायेगा जो उन्होंने पिछले विधानसभा चुनाव लड़ने के दौरान चक्रधरपुर की जनता से किया था।
अंडरपास निर्माण कार्य शुरू करने को लेकर मंगलवार बुधवार को चक्रधरपुर रेल मंडल के इंजीनियरिंग विभाग के अधिकारियों ने ठेका कम्पनी के साथ कार्य स्थल का निरीक्षण किया। चक्रधरपुर के रेलवे ओवर ब्रिज और रेल ब्रिज के बीच स्थित फ़क़ीर मोहल्ले के पास कार्यस्थल का जायजा लिया गया। निरिक्षण के दौरान भौतिक सर्वेक्षण कर देखा गया की कहां कैसे अंडरपास का निर्माण कार्य होना है, कहाँ निर्माण कार्य में क्या दिक्कत है और कैसे निर्माण कार्य को तय समय में पूरा किया जायेगा। हर बिंदु पर जांच पड़ताल कर रेल अधिकारीयों ने ठेकेदार को जल्द निर्माण कार्य प्रारम्भ करने को कहा है। उम्मीद है कि दस दिनों में चक्रधरपुर के फ़क़ीर मोहल्ले के पास शहर का दूसरा अंडरपास बनाने का काम शुरू हो जायेगा।
इस अंडरपास के बनने से रेलवे ओवरब्रिज की कठिन चढ़ाई से लोगों को मुक्ति मिल जाएगी। साईकिल चालक, रिक्शा चालक, टोटो चालक सहित पैदल चलने वाले लोग आराम से भारत भवन के रास्ते अंडरपास होते हुए चक्रधरपुर के बाज़ार ईलाके में प्रवेश कर सकेंगे। दोनों तरफ से स्थानीय राहगीरों का आवागमन सुगम हो पायेगा। फिलहाल लोग जान जोखिम में डाल रेल पटरी पार करते हैं, इस दौरान यहाँ कई हादसे हो चुके हैं और कईयों की जान भी चली गयी है।
बता दें की अंडरपास निर्माण का कार्य ठेका कम्पनी लिमरा कंस्ट्रक्शन एंड गुलशाद गद्दी को दिया गया है। बताया गया है कि इस अंडरपास निर्माण में तक़रीबन 3 करोड़ का खर्च आएगा। जिसका पूरा खर्च राज्य सरकार डीएमएफटी फंड जारी कर वहन कर रही है।
ठेका कंपनी की मानें तो चार महीने तक अंडरपास बनकर तैयार हो जायेगा। इस अंडरपास के बनने से विधायक सुखराम उरांव का चुनावी वायदा भी पूरा हो जायेगा।
मालूम रहे की यह अंडरपास निर्माण कार्य पिछले विधानसभा चुनाव में बड़ा मुद्दा था. विधायक सुखराम उरांव ने जनता को भरोसा दिया था कि चुनाव जीतने पर वे हर हाल में जनता को अंडरपास की सौगात देंगे ताकि लोगों को आवागमन में सहूलियत हो सके. और अब यह चुनावी वायदा पूरा होता हुआ नजर आ रहा है।
फिलहाल ठेका कम्पनी के लिए सबसे बड़ी चुनौती यह है की फ़क़ीर मोहल्ले में रेलवे की जमीन पर बड़े पैमाने पर अतिक्रमण कर लोग घर बनाकर रहे रहे हैं. इस जगह को खाली किये बिना अंडरपास निर्माण कार्य शुरू करना मुमकिन नहीं है. इधर रेलवे के इंजीनियरिंग विभाग ने भरोसा दिया है की जल्द ही निर्माण स्थल को अतिक्रमण मुक्त कर दिया जायेगा. जिसके बाद ठेकेदार अंडरपास निर्माण कार्य को आसानी से पूरा कर सकेंगे.