चाईबासा।
दक्षिण पूर्व रेलवे के आरपीएफ आईजी (प्रधान मुख्य सुरक्षा आयुक्त) डीबी कसार ने चक्रधरपुर रेल मदनल का दो दिवसीय दौरा किया. अपने दौरे के क्रम में डीबी कसार ने चक्रधरपुर रेल मंडल में आरपीएफ द्वारा रेल यात्रियों व रेल समाप्ति की सुरक्षा में किये जा रहे कार्यों का भौतिक निरिक्षण किया. इस दौरान उनके साथ चक्रधरपुर रेल मंडल के सीनियर डीएससी ओंकार सिंह भी मौजूद थे. इस दौरान उन्होंने चक्रधरपुर आरपीएफ थाना का भी निरिक्षण कर विभिन्न दस्तावेजों की जांच की. वहीं आरपीएफ अधिकारियों से भी अपराध के रोकथाम में उठाये जा रहे कदम की जानकारी ली.
आरपीएफ आईजी डीबी कसार ने रविवार को चक्रधरपुर आरपीएफ बैरक का भी निरिक्षण किया. इस दौरान उन्होंने बैरक के प्रांगण में पौधारोपण भी किया. साथ में मौजूद उनकी धर्मपत्नी ने भी पौधारोपण कर पौधे पर पानी डाला. आरपीएफ आईजी के द्वारा आरपीएफ बैरक में स्थित कैंटीन का भी निरिक्षण किया गया. कैंटीन के बेहतर रखरखाव व संचालन के लिए उन्होंने आरपीएफ टीम को बधाई दी. अपने दो दिवसीय दौरे के क्रम में आरपीएफ आईजी डीबी कसार ने गरीबों के बीच कम्बल का भी वितरण किया.
मिडिया से बातें करते हुए आरपीएफ आईजी डीबी कसार ने कहा की चक्रधरपुर रेल मंडल दक्षिण पूर्व रेल मंडल का बहुत महत्वपूर्ण रेल मंडल है. इस क्षेत्र में रहने वाले लोग आरपीएफ को अपना सहयोगी समझें इसी सोच के साथ आरपीएफ की टीम समय समय पर सिविक एक्शन प्रोग्राम भी चला रही है. दो दिवसीय दौरे को लेकर उन्होंने बताया की चक्रधरपुर रेल मंडल में सीनियर डीएससी ओंकार सिंह के द्वारा यात्री सुरक्षा और रेल संपत्ति की सुरक्षा को लेकर बेहतर कार्य किये गए हैं. निरिक्षण में उपलब्धि देख वे काफी खुश हैं. आरपीएफ ने चक्रधरपुर रेल मंडल में जहाँ अपराध पर नियंत्रण किया है वहीं कई अपराधियों को पकड़ कर पुलिस के हवाले भी किया है.
भारतीय रेल में यात्रियों की जान बचाने में चक्रधरपुर रेल मंडल टॉप पर है, जहाँ आरपीएफ जवान अपनी जान पर खेलकर यात्रियों को ट्रेन की चपेट में आने से बचा रहे हैं. उन्होंने बताया की उनके द्वारा कन्वाई नाईट फाल्कन ऑपरेशन हावड़ा से मेदिनापुर के बीच चलाया जा रहा है. जिसके जरिये महिला यात्रियों को सुरक्षा प्रदान की जा रही है. इससे पहले चक्रधरपुर रेल मंडल में चल रही ऑपरेशन माय सहेली का अच्छा प्रतिफल देखने को मिला, इस ऑपरेशन के कारण चक्रधरपुर रेल मंडल में महिलाओं के खिलाफ अपराध अब नहीं होते.
बंडामुंडा आरपीएफ थाना प्रभारी पर लग रहे आरोप पर कहा की उनके ऊपर पहले के आरोप हैं, लेकिन इसके बावजूद उन्हें एक मौका दिया गया है, इसके बावजूद सुधर नहीं हुआ तो कार्रवाई होगी. वहीं उन्होंने राउरकेला स्टेशन से बड़े पैमाने पर ट्रेनों में चढ़ रहे अवैध होकर के मामले में उचित कार्रवाई का भरोसा दिया है. मालूम रहे की राउरकेला इन दिनों अवैध होकरों का हब बना हुआ जिसके कारण सभी ट्रेनों में झारसुगुड़ा से लेकर राउरकेला तक धड़ल्ले से अवैध रूप से खाद्य सामग्री बेचीं जा रही है.