चाईबासा : नक्सलियों के खिलाफ पश्चिम सिंहभूम पुलिस लगातार अभियान चला रही है, इस अभियान में पुलिस को सफलताएँ भी हाथ लग रही है। सारंडा पोड़ाहाट के जंगलों से नक्सलियों की गिरफ्तारी का सिलसिला जारी है जिससे नक्सलियों को कमर टूट रही है और उनका दस्ता भी कमजोर होता चला जा रहा है। ताज़ा मामले में पुलिस ने अलग अलग दो मामलों में भाकपा माओवादी के पांच सदस्यों को धर दबोचा है जिसमें से दो नाबालिग पाए गए। पहला मामला सोनुआ का है जहाँ पुलिस ने सुरक्षाबल के कैम्प में माओवादियों के द्वारा हमले किये जाने से पहले चार सक्रीय माओवादियों को धर दबोचा।
जिनमें से दो नाबालिग पाए जाने पर उन्हें निरुद्ध कर दिया गया। बाकि दो गिरफ्तार किये गए माओवादी 25 वर्षीय बुधराम गागराई और 19 वर्षीय गोमिया बांकिरा है। इनके पास से पुलिस ने तीन तीर बम, एक लोडेड देसी पिस्टल और चार मोबाइल भी बरामद कर जब्त किया है।
सुरक्षाबलों के कैम्प पर हमला करने की थी योजना
चक्रधरपुर के एएसपी नाथू सिंह मीणा ने कहा की माओवादी जोनल कमांडर जीवन कांडूलना के नेतृत्व में सोनुआ के सैफ पिकेट पर हमला करने की योजना बनायीं गयी थी। इसी के गुप्त सुचना पर छापामारी कर इन्हें गिरफ्तार किया गया। पुलिस समय पर इन्हें गिरफ्तार नहीं करती तो एक बड़ा हमला सुरक्षाबलों के कैम्प पर होता जिसमें बड़े जान माल की हानि होती। दूसरा मामला गोईलकेरा थाना क्षेत्र का है जहाँ पुलिस ने गिरफ्तार नक्सलियों की निशानदेही पर भाकपा माओवादी जोनल कमांडर सुरेश मुंडा के दस्ते का सक्रीय सदस्य सुनील बोदरा को गिरफ्तार किया है। बताया गया की सुनील बोदरा माओवादी दस्ते के लिए राशन पहुँचाने का काम करता था, इसके आलावे बम प्लांट करना और पोस्टरबाजी करना इसका मुख्य काम था। 10 फरवरी को हुए दिलबर भेंगरा हत्याकांड में भी यह वांछित था। इसका पिता भी माओवादी संगठन में लम्बे समय तक रहा लेकिन पिता की मृत्यु के बाद इस बेटे को संगठन में शामिल किया गया था।