चाईबासा।
इधर समायोजन- नियमितीकरण की मांग को लेकर झारखंड राज्य एनआरएचएम अनुबंध कर्मचारी संघ के बैनर तले पिछले 12 दिनों से अनुमंडल अस्पताल में कार्यरत स्वास्थ्य कर्मी भी हड़ताल पर है। जिससे स्वास्थ्य व्यवस्था पूरी तरह चरमरा गई है। आम लोगों को स्वास्थ्य जांच संबंधित कई प्रकार की समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। उसके बावजूद भी सरकार की नींद नहीं खुल रही है। सरकार अनुबंध कर्मियों के साथ ना वार्ता कर रही है और ना ही उन्हें आश्वासन दे रही है।
अनुमंडल अस्पताल में कार्यरत 60 से अधिक अनुबंध स्वास्थ्य कर्मी हड़ताल पर जाने से अनुमंडल अस्पताल में नियमित जांच, हिमोग्लोबिन जांच, मलेरिया जांच, टीबी जांच, गर्भवती माताओं की जांच आदि प्रभावित है। कर्मचारी हड़ताल पर जाने से लैब में ताला लटका हुआ है। इधर प्रखंड के सभी उप स्वास्थ्य केंद्र में भी स्वास्थ्य जांच से लेकर विभिन्न प्रकार की जांच प्रभावित है। इस संबंध में शनिवार को जानकारी देते हुए हड़ताल पर बैठी अनुबंध स्वास्थ्य कर्मी कुमकुम कुमारी ने कहा कि सरकार से अभी तक निराशा ही बनी हुई हैं. सरकार गठन के बाद से अब तक स्वास्थ्य विभाग के अनुबंध कर्मी लैब टेक्नीशियन, फार्मासिस्ट, एक्स-रे टेक्नीशियन, एएनएम, जीएनएम, नेत्र सहायक आदि को अभी तक नियमितीकरण का लाभ नहीं मिला है.
जबकि सरकार के चुनावी वादों के साथ घोषणा पत्र में भी उनकी मांग को शामिल किया गया था. पारा चिकित्सा कर्मी स्वास्थ्य विभाग में विगत 10 से15 वर्षों से अल्प मानदेय पर कार्यरत हैं. वर्तमान कोविड-19 जैसी गंभीर परिस्थिति में भी फ्रंटलाइन वर्कर के रूप में कार्य करते आ रहे हैं. उन्हें अब तक उनका हक और अधिकार नहीं दिए जाने से स्वास्थ्य कर्मियों में एक प्रकार से निराशा उत्पन्न हो रही है. जिससे आक्रोशित अनुबंध स्वास्थ्य कर्मी हड़ताल पर चले गए हैं .
मौके पर दीपा डाडेल, रुबी कुमारी, इंदु कुमारी, मेरी अनिता होरो समेत काफी संख्या में अनुबंध कर्मी मौजूद थी.