चाईबासा। जिला अल्पसंख्यक शिक्षक एवं शिक्षकेतर संघ का सम्मेलन स्थानीय एसपीजी मिशन गर्ल्स हाई स्कूल में रविवार को संपन्न हुआ। इस मौके पर मुख्य अतिथि झारखंड राज्य अल्पसंख्यक शिक्षक एवं शिक्षकेतर कर्मी संघ के महासचिव एंथोनी तिग्गा ने कहा कि संवैधानिक अधिकारों के तहत भाषाई एवं धार्मिक अल्पसंख्यक विद्यालयों का संचालन हो रहा है और इससे समझौता नहीं किया जा सकता है। उनके अनुसार सरकारी नियमों की अनदेखी नहीं की जानी चाहिए परंतु हमें अधिकारों का पूरा ज्ञान और उसका कार्यान्वयन जरूरी है तभी सरकार पर उचित दबाव बनता है।
कार्यालय सचिव रमेश कुमार सिंह ने पूर्व के दिनों के आंदोलन एवं संघर्षमय कालखंड को याद करते हुए कहा कि पुराने समर्पित संघ नेताओं के कारण ही हम इस मुकाम पर पहुंचे हैं और अभी भी कुछ मुद्दे हैं, जिसकी प्राप्ति के लिए सामूहिक आंदोलन और प्रयास किया जाना जरूरी है।
संयुक्त सचिव प्रभात कुमार सिंह ने कहा कि संगठन में एकता जरूरी है। संघ तथा प्रबंधन के बीच परस्पर सहयोग समन्वय विश्वास के माहौल से अच्छा शैक्षणिक माहौल बनता है और सफलता मिलती है।
प्रदेश उपाध्यक्ष शमीउल्लाह खान ने सम्मेलन की सफलता का श्रेय सदस्यों की एकता को दिया।
इसकी अध्यक्षता जिला के निवर्तमान अध्यक्ष नंद किशोर प्रसाद और संचालन पूर्व सचिव लक्ष्मी नारायण मिश्रा ने किया।
इससे पूर्व दीप प्रज्वलित कर सम्मेलन का उद्घाटन किया गया और स्कूल की प्रिंसिपल आनंदिता मार्गरेट अग्रवाल मिंज ने स्वागत किया तथा स्कूली छात्राओं ने भी सांस्कृतिक कार्यक्रम की प्रस्तुति की।
फादर विनोद ने आशीष के द्वारा प्रभु यीशु मसीह को धन्यवाद दिया। इसमें गुरु नानक उच्च विद्यालय साकची के प्रधानाध्यापक कुलविंदर सिंह सहित जिला के सभी उच्च विद्यालय के प्रधानाध्यापक एवं सहायक शिक्षक शिक्षकेतर कर्मी उपस्थित थे।