जमशेदपुर। श्री गुरु नानक सिंह सभा बारीडीह गुरुद्वारा में रविवार को संत शिरोमणि गुरु रविदास जी महाराज का 646 वां प्रकाश पर्व मनाया गया। इस मौके पर भाई मनदीप सिंह जी अमृतसर वाले ने संत रविदास जीके शब्दों, बहुत जनम बिछूड़े थे माधो यह जन्म तुम्हारे लेखे, तोही मोही मोही तोहि अंतर कैसा, बेगमपुरा सहर को नाओ, का गायन कर संगत को निहाल किया। सर्व मंगल की कामना के साथ अरदास हुई और लोगों ने श्रद्धा के साथ लंगर ग्रहण किया ग्रंथी बाबा निरंजन सिंह और महासचिव सुखबिंदर सिंह ने संत रविदास जी के जीवनी एवं उद्देश्यों को सामने रखा और उस पर चलने पर बल दिया। उनके अनुसार संत रविदास ने नाम सिमरन, समानता, निर्मल कर्म पर जोर दिया वही जाति, आडंबर, पाखंड, चमत्कार जैसी बुराइयों से बचने की भी सलाह दी।
इस मौके पर विजय गार्डन के एनके सिन्हा परिवार, सविंदर सिंह एवं प्रधान कुलविंदर सिंह को संगत की ओर से सिरोपा शॉल एवं प्रतीक चिन्ह भेंट किया गया। इस मौके पर सुरजीत सिंह खुशीपुर, करतार सिंह, मोहन सिंह, संदीप सिंह गिल, ज्ञानी कुलदीप सिंह, अवतार सिंह सोखी, बलवींदर सिंह, बलदेव सिंह, सुखदेव सिंह, बीबी कमलजीत कौर गिल , सुखविंदर सिंह गिल, विक्रम सिंह, बलदेव सिंह, पाल सिंह, खुशवींदर सिंह आदि का सराहनीय सहयोग रहा।