जमशेदपुर।
झारखंड के जमशेदपुर में प्रवर्तन निदेशालय की टीम ने दबिश दी है। शहर के ग्रामीण विकास विशेष परीक्षेत्र के मुख्य अभियंता वीरेंद्र कुमार राम (के 12 ठिकानों पर पूरे देश में प्रवर्तन निदेशालय की छापेमारी शुरु हो गई है। करोड़ों रुपए की चल और अचल संपत्ति के मामले में ईडी(ED) ने कार्रवाई शुरू की है। वैसे जमशेदपुर में 3 ठिकानों पर ईडी की छापेमारी चल रही है। मानगो के दो आवास और सर्किट हाउस के सरकारी आवास सहित कार्यालय पर ईडी की छापेमारी सुबह से शुरू हो गई है। फिलहाल ED की टीम इस सबंध में कुछ नही बोल रही है।
8 सदस्यीय़ टीम पहुंची वीरेन्द्र राम के आवास में
जानकारी अनुसार ग्रामीण विकास विशेष परीक्षेत्र के मुख्य अभियंता वीरेंद्र कुमार राम के सरकारी आवास पर प्रवर्तन निदेशालय की 8 सदस्य टीम पहुंच गई है और जमीन के कागजात, बैंक के खाते और जेवरात को अपने कब्जे में लेकर जांच शुरू कर दी है। सूत्रों की माने तो वीरेंद्र कुमार राम मुख्य अभियंता अपने आवास में है। फिलहाल ईडी की कार्रवाई जमशेदपुर, दिल्ली, मुंबई, झारखंड और बिहार सहित कई स्थानों पर छापेमारी चल रही है।
2019 में वीरेन्द्र राम के मानगो स्थित आवास से मिले थे 2 करोड़ रुपए
मालूम हो कि 2019 में विरेन्द्र कुमार राम के मानगो स्थित आवास से लगभग दो करोड़ रुपए बरामद हुए थे। दरअसल झारखंड विधानसभा चुनाव के दौरान 13 नवंबर 2019 को एसीबी ने वीरेंद्र राम के अधीन काम करने वाले जूनियर इंजीनियर सुरेश वर्मा को ठेकेदार को दस हजार रुपए की रिश्वत देते हुए पकड़ा था। जब एसीबी ने सुरेश के घर पर छापा मारा तो घर से 2 करोड़ 68 लाख रुपए बरामद हुए। उस दौरान सुरेश वर्मा की पत्नी पुष्पा वर्मा ने भेद खोला था कि बरामद किए गए पैसे वीरेंद्र राम के हैं।