रांची/जमशेदपुर: झारखंड के राज्यपाल, सी. पी. राधाकृष्णन ने झारखंड और ओडिशा के 24 ब्लॉकों में क्षय रोग (टीबी) के रोगियों की पहचान करने और उन्हें पोषण संबंधी सहायता प्रदान करने की दिशा में टाटा स्टील फाउंडेशन के प्रयासों की सराहना की। डॉ अनुज भटनागर, हेड, पब्लिक हेल्थ डिपार्टमेंट, टाटा स्टील फाउंडेशन को माननीय राज्यपाल द्वारा पुरस्कार देकर सम्मानित किया गया।
इस अवसर पर अपने संबोधन में टाटा स्टील फाउंडेशन के डायरेक्टर और टाटा स्टील के कॉर्पोरेट सर्विसेज के वाईस प्रेसिडेंट, श्री चाणक्य चौधरी ने कहा, “राज्य में टीबी उन्मूलन की दिशा में हमारे प्रयास के लिए झारखंड के माननीय राज्यपाल द्वारा मान्यता प्राप्त करना हमारे लिए सम्मान की बात है। यह उस काम में हमारे विश्वास की पुष्टि करता है जो हम करते हैं और जिसके लिए हमारे समुदाय हम पर भरोसा करते हैं। हम अपने परिचालन क्षेत्रों में आवश्यकता-आधारित सहायता और समर्थन के माध्यम से सार्वजनिक स्वास्थ्य को बेहतर बनाने की दिशा में अपना प्रयास जारी रखेंगे।”
पब्लिक हेल्थ एक तेजी से विकसित होने वाला क्षेत्र है जिसमें टाटा स्टील फाउंडेशन बेहतर इंफ्रास्ट्रक्चर प्रदान कर बेहतर स्वास्थ्य देखभाल को बढ़ावा देने का प्रयास करता है और निवारक बीमारियों के पोर्टफोलियो की देखरेख करता है।
इसलिए सरकार के साथ सहयोगात्मक प्रयास इस प्रयास को सही व्यक्तियों तक उनके घर तक पहुँचाने में सक्षम बनाते हैं। फाउंडेशन ने हाल ही में मदर एंड न्यूबॉर्न सर्वाइवल इनिशिएटिव (मानसी) के 10 साल पूरे किए हैं और वर्तमान में एसडीजी 3 के हमारे लक्ष्य को संचालित करने वाले क्षेत्रों में पहुंचने की दिशा में अगले चरण में प्रवेश कर रहा है।
इसके अलावा, फाउंडेशन स्वास्थ्य, शिक्षा, आजीविका, और ऐसी अन्य आवश्यक सेवाओं पर कई कार्यक्रमों के माध्यम से झारखंड और ओडिशा के समुदायों के लिए आवश्यकता-आधारित सहायता पर काम करता है।
टीएसएफ ने नि:क्षय मित्र परियोजना के तहत झारखंड और ओडिशा के 24 ब्लॉकों की जिम्मेदारी ली है। इस परियोजना का उद्देश्य गोद लिए गए ब्लॉकों के सभी सहमति देने वाले टीबी रोगियों को मासिक फूड बास्केट किट प्रदान कर सहयोग करना है। यह परियोजना नवंबर 2022 से अक्टूबर 2023 तक प्रभावी है। अब तक 6587 ऐसी किट लाभार्थियों को प्रदान की जा चुकी हैं।
झारखंड के संबंधित जिलों में पोटका (पूर्वी सिंहभूम), कुचाई और खरसावां (सराइकेला-खरसावां), बड़ाजामदा और गोइलकेरा (पश्चिम सिंहभूम), मांडू और गोला (रामगढ़), बाघमारा (धनबाद) और ओडिशा के विभिन्न जिलों के विभिन्न ब्लॉक शामिल हैं।