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‘आत्मपॅम्फ्लेट’ एक ऐतिहासिक मराठी फिल्म होगी, जिसमें तीन दिग्गज, आनंद एल राय, भूषण कुमार और ज़ी स्टूडियोज ने साथ मिलकर काम किया है। फिल्म का निर्देशन इस फिल्म से डेब्यू कर रहे डायरेक्टर आशीष बेंडे ने किया है, जिसका प्रीमियर हाल ही में प्रतिष्ठित बर्लिन अंतर्राष्ट्रीय फिल्म फेस्टिवल में किया गया था।
फिल्म को 14प्लस जनरेशन प्रतियोगिता की कैटेगरी में चुना गया था। ‘आत्मपॅम्फ्लेट’ परेश मोकाशी द्वारा लिखी गयी है, जिन्होंने हाल ही में हरीशचंद्राची फैक्ट्री (2009) और ‘वालवी’ (2023) जैसी फिल्मों के लिए लेखन और निर्देशन किया है। यह दिल छू लेने वाले एक तरफा प्यार की कहानी है जो दर्शकों को अपने आसपास के सामाजिक-राजनीतिक विषयों में हो रहे बदलाव के पुराने दिनों में वापस ले जाती है। फिल्म में मास्टर ओम बेंदखले, प्रांजलि श्रीकांत, भीमराव मुंडे और केतकी सराफ प्रमुख भूमिकाओं में हैं।
डायरेक्टर आशीष अविनाश बेंडे फिल्म के विषय में चर्चा करते हुए कहते हैं, “आत्मपॅम्फ्लेट सिर्फ एक फिल्म नहीं है, बल्कि यह मेरा जुनूनी प्रोजेक्ट है। सबसे प्रसिद्ध फिल्म फेस्टिवल में फिल्म की स्क्रीनिंग होना, मेरे जीवन की सबसे बड़ी उपलब्धि है। मुझे नहीं लगता कि डेब्यू करने के लिए इससे अच्छा अवसर कुछ हो सकता हैं। फिल्म की 73वें बर्लिन अंतर्राष्ट्रीय फिल्म फेस्टिवल में स्क्रीनिंग, निश्चित ही युवा फिल्म निर्माताओं को प्रेरित करेगी और उन्हें बड़े सपने देखने के लिए सशक्त बनाएगी।”
ज़ी स्टूडियोज़ के सीबीओ शारिक पटेल ने कहा, “ज़ी स्टूडियोज़ ने हमेशा ही रीज़नल स्टोरी पर विश्वास किया है। 73वें बर्लिन इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल में ‘आत्मपॅम्फ्लेट’ के चयनित होने के साथ, हमने विश्व में इंडियन फिल्म इंडस्ट्री के लिए एक जगह बनाने का प्रयास किया है। हमें मराठी सिनेमा को विश्व के सिनेमा की सूची में जोड़ने पर गर्व है।”
प्रोड्यूसर आनंद एल राय ने शेयर करते हुए कहा, “आत्मपॅम्फ्लेट एक बहुत खूबसूरत फिल्म है और मुझे बहुत प्रिय है क्योंकि मराठी सिनेमा में एक निर्माता के रूप में यह मेरी पहली फिल्म है। इस पर काम करना एक अच्छा अनुभव रहा है। यह एक अच्छी फिल्म होने के साथ दिल को छू लेने वाली कहानी है जो आपके चेहरे पर निश्चित ही मुस्कान लाएगी।”
टी-सीरीज़ के चेयरमैन, मैनेजिंग डायरेक्टर व प्रोड्यूसर भूषण कुमार ने कहा, “आत्मपॅम्फ्लेट बहुत सरल तरीके से इमोशंस को उजागर करती है। मेरा मानना है कि फिल्म की कहानी सीधे ही ऑडियंस से कनेक्ट करती है। यह फिल्म पूरे भारत, खासकर महाराष्ट्र की ऑथेंसिटी को बेहद खूबसूरती से दिखाती है! भारतीय संस्कृति को ग्लोबल तौर पर एंटरटेनमेंट क्षेत्र में लाना सच में एक गर्व की अनुभूति है।”
मायासभा कर्मानुक मंडली की मधुगंधा कुलकर्णी ने कहा, “मराठी सिनेमा को ग्लोबली देखना बहुत खुशी की बात है। सबसे सुखद बात यह थी कि मराठी भाषा न समझने वाले दर्शकों से भी हमारी फिल्म को इतना प्यार मिला। एंटरटेनमेंट सही मायनों में सीमाओं के पार जा सकता है।”
‘आत्मपॅम्फ्लेट’ को अंतरराष्ट्रीय दर्शकों से सराहना मिली है। यह फिल्म अंतरराष्टीय पहचान पाने वाली पहली मराठी फिल्मों में से एक है। दर्शकों ने स्टार कास्ट के शानदार प्रदर्शन के साथ फिल्म के ‘फील-गुड’ फैक्टर की भी सराहना की है। विश्व में 2023 के 52वें आईएफएफआर में ‘जोराम’ के, बर्लिनले मार्केट सेलेक्ट्स में ‘ब्राउन’ का चयन, और बीते साल सितंबर में आयोजित शिकागो साउथ एशियन फिल्म फेस्टिवल में ‘लॉस्ट’ ओपन होने के बाद, ज़ी स्टूडियोज लगातार ऐसे विषय पर काम कर रहा है जो भारतीय एंटरटेनमेंट को एक नयी दिशा प्रदान कर रहा है।