आदित्यपुर।
आदित्यपुर स्टेशन में तैनात आरपीएफ के तत्परता के कारण एक नाबालिग लड़की की जान ही नही बची बल्कि किसी गलत हाथों के चक्कर में जाने से बच गई। पुछताछ के बाद आरपीएफ ने उस नाबालिग लड़की को टाटानगर स्थित चाईल्ड लाईन के हवाले कर दिया गया है।
दरअसल सोमवार की रात आदित्यपुर आरपीएफ के सब इंस्पेक्टर ज्ञानेन्द्र कुमार जेना रुटिंग डयूटी पर थे।रात के साढ़े दस बजे के लगभग उनकी नजर आदित्यपुर स्टेशन के प्लेटफार्म नबंर-1 पर स्थित आरआरआई कार्यलय के पास रेलवे लाइन के पास खड़ी एक नाबालिग लड़की पर पड़ी। उन्होंने दौर कर उसे पकड़ा और आदित्यपुर स्टेशन लेकर आए। पुछताछ में नाबालिग बच्ची ने बताया कि वह बिहार जाने के लिए ट्रेन पकड़ने के लिए यहां खड़ी है। बातचीत में उसने बताया कि उसके परिवार के लोग बागबेड़ा में रहते है। लेकिन वह उनके पास नही जाना चाहती है। इस दौरान उस नाबालिग के पास कोई नबंर नही होने के कारण किसी भी व्यक्ति से सर्पक नहीं हो पाया। आरपीएफ आदित्यपुर के आदेशानुसार एएसआई जीके जेना ने उस नाबालिग को समुचित सत्यापन के बाद बच्ची को आगे की सहायता के लिए 28 फरवरी की रात 01.30 बजे टाटानगर रेलवे स्टेशन पर रेलवे चाइल्डलाइन केयर की महिमा कालिंदी टीम सदस्य को सौंप दिया गया।
वही आदित्यपुर आरपीएफ के सब इंस्पेक्टर ज्ञानेन्द्र कुमार जेना ने भी इस घटना की पृष्ठि की है। उन्होंने कहा कि आदित्यपुर स्टेशन के प्लेटफार्म नबंर -1 में चेकिंग और राउंड के दौरान रात के साढ़े दस बजे देखा कि आरआरआई/एडीटीपी पर लाइन नंबर 1 के पास एक नाबालिग लड़की खड़ी है। पहले तो उसे लाईन से हटाया। फिर उसे लाइन से हटाकर आदित्यपुर स्टेशन लाया। उसके बाद सारी बाते जानकारी होने के बाद उसे टाटानगर रेलवे चाइल्डलाइन केयर को सौप दिया।