Ashok Kumar
जमशेदपुर : चार दिनों पूर्व कानपुर रेलवे स्टेशन से गिरफ्तार जमशेदपुर का अपराधी कन्हैया सिंह बागबेड़ा के ही प्रधान टोला का रहनेवाला है. यहां पर उसका पूरा परिवार ही निवास करता है. इसके पहले वह बागबेड़ा थाना क्षेत्र से ही जमीन विवाद के मामले में 12 फरवरी 2022 की देर रात फायरिंग करने के मामले में जेल गया था. तब पुलिस ने उसके साथ कुल 8 लोगों को गिरफ्तार किया था.
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कन्हैया ही संभालता है अखिलेश का कारोबार
गैंगस्टर अखिलेश सिंह जब भी जेल में बंद रहता है तब कन्हैया सिंह ही उसका पूरा कारोबार संभालता है. अप्रैल 2020 में सीतारामडेरा में सुधीर दुबे और अखिलेश गैंग के बीच गैंगवार हुई थी. तब कन्हैया सिंह को भी गोली लगी थी और वह घायल हो गया था.
2020 में जिला प्रशासन ने किया था तड़ीपार
गैंगस्टर अखिलश सिंह का करीबी कन्हैया सिंह को जिला प्रशासन की ओर से वर्ष 2020 में तड़ीपार किया गया था. बावजूद उसका शहर में आना-जाना रहता था. इसके पहले बिष्टूपुर के केडीडी पव में कन्हैया सिंह पर गोली चली थी.
शहर में कर रहा था जमीन का कारोबार
कन्हैया सिंह वर्तमान में शहर में ही जमीन का कारोबार कर रहा था. यह काम बागबेड़ा का ही उसका एक सहयोगी देखता है. कन्हैया सिंह के गिरफ्तार होने के बाद उसके सभी सहयोगी अंडरग्राउंड हो गये हैं. पुलिस जहां पर भी छापेमारी करने पहुंच रही है वहां से कुछ भी हाथ नहीं आ रहा है.
पहली बार बिहार से पकड़ा गया था कन्हैया
कन्हैया सिंह को जिला पुलिस ने पहली बार बिहार से गिरफ्तार कर शहर लायी थी. इसके बाद दूसरी बार वह बागबेड़ा फायरिंग में गिरफ्तार हुआ था. इसके बाद कानपुर से पुलिस गिरफ्तार कर शहर लायी है. उसके खिलाफ हत्या, लूट, रंगदारी, आर्म्स एक्ट समेत कई मामले शहर के अलग-अलग थाने में दर्ज है.
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