जमशेदपुर,। स्थानीय आर0 वी0 एस0 काॅलेज ऑफ इंजीनियरिंग एण्ड टेक्नोलाॅजी, जमशेदपुर में एक व्याख्यान कार्यक्रम आयोजित की गई। इसका विषय था 21 वीं सदी में गाँधीवादी सिद्धांतों का महत्व। इसके मुख्य वक्ता थे डाॅ0 मनीष कुमार झा, (असिस्टेंट प्रोफेसर), एन0 आई0 टी0 जमशेदपुर के हयूमैनिटी विभाग से। उन्होंने अपनी व्याख्यान प्रस्तुत करते हुए काॅलेज के प्रेक्षागृह में मौजूद सभी श्रोतागण को कहा कि गाँधी जी महामानव थे उन्होंने आज से लगभग 75 वर्ष पहले ही आज की शिक्षा प्रणाली को समझ कर उसकी उपयोगिता और वास्तविकता को समझाया था और वे चाहते थे कि भारत में शिक्षण प्रणाली किसी पर बोझ न बने। उन्होंने शिक्षा प्रणाली में सकारात्मक सुधार लोकतंत्र के विकेन्द्रीकरण महिला सशक्तिकरण आदी को बढ़ावा दिया। उन्होंने ही कुटिर उद्योग, खादी ग्रामीण उद्योग आदी को बढ़ावा देने के पक्ष में कदम उठाये। उन्होंने कभी भी आधुनिकता का विरोध नहीं किया बल्कि उस पर लैगिंक समानता, वैश्वीकरण पर विशेष जोर दिया। कार्यक्रम के शुरूआत में काॅलेज लाइबे्ररी के प्रो0 इंचार्ज डाॅ0 एस0 पी0 सिंह ने अपने स्वागत भाषण में गाँधीवादी सिद्धांत स्वदेश, स्वाराज और स्त्याग्रह की परिभाषा को विस्तार से बताया। काॅलेज के प्राचार्य डाॅ0 राजेश कुमार तिवारी ने लाइब्रेरी की उपयोगिता को समझाते हुए सभी से कहा कि काॅलेज में लाइब्रेरी अलावा डिजिटल लाइब्रेरी भी उपलब्ध है उसका उपयोग करें और फायदा उठायें। इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के अलावा काॅलेज के प्राचार्य डाॅ0 राजेश कुमार तिवारी ने ट्रेनिंग प्लेसमेंट के विभागाध्यक्ष डाॅ0 विक्रम शर्मा, सभी विभागों के विभागध्यक्ष, शिक्षकगण एवं छात्र तथा छात्राएँ मौजूद थे। कार्यक्रम के अन्त में धन्यवाद ज्ञापन लाइब्रेरियन जयमाला सुण्डी ने दिया।